इन्दौर। शहर की बिगड़ती यातायात व्यवस्था को लेकर चिंतित नवागत डीआईजी ने पदभार ग्रहण करते ही इस बात पर बल दिया था कि शहर महानगर की श्रेणी में आ गया है और यहां ट्रैफिक सुधार की दिशा में ठोस कार्रवाई करने की जरूरत है।
कल इसका नजारा रात को स्वयं उन्होंने देख लिया, जब वे आधे घंटे तक जाम में फंसे रहे। उनके गनमैन को कार से उतरकर व्यवस्था संभालना पड़ी। रात को डीआईजी मनीष कपूरिया और एसपी पूर्व आशुतोष बागड़ी को लेकर खुद शहर की व्यवस्था देखने निकले थे। वे कई चौराहों पर पुलिस टीम से मिले और दिशा-निर्देश दिए। साथ ही चैकिंग के दौरान मिली कमियों को दूर करने के लिए भी कहा। इस दौरान डीआईजी विजय नगर चौराहे से निकलकर परदेशीपुरा चौराहे की ओर जा रहे थे, तभी बापट चौराहे से मारुति नगर के बीच लंबा जाम लगा था। इस दौरान उनकी इनोवा कार एमपी 03-ए-2201 साथ पीछे चल रही एसपी बागड़ी की कार ट्रैफिक में फंस गई। काफी देर तक गाड़ी के चालक ने सायरन बजाकर गाड़ी निकालने का प्रयास किया, लेकिन जाम लंबा था। यही नहीं, ट्रैफिक व्यवस्था संभालने वाला कोई नहीं था, इसीलिए लोगों ने भी अपनी गाडिय़ां लगा दी थी। इसी दौरान डीआईजी का गनमैन कार से उतरा और काफी देर तक ट्रैफिक बहाल कराने में लगा रहा। डीआईजी ने हीरा नगर थाना प्रभारी को सेट पर निर्देश दिए कि शाम के वक्त जहां-जहां भी प्रमुख चौराहे हैं वहां पाइंट लगाए जाएं, ताकि यातायात व्यवस्था को सुधारने में मदद मिल सके।
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