नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Union Road Transport Minister Nitin Gadkari) का कहना है कि देश को पेट्रोल-डीजल (petrol-diesel) की बढ़ती कीमतों से मुकाबला करने के लिए ईंधन के वैकल्पिक स्रोतों (alternative sources of fuel) के बारे में लगाना होगा, साथ ही माल ढुलाई के लिए जलमार्गों को बढ़ावा देना होगा, क्योंकि यह यातायात का सबसे सस्ता माध्यम है।
‘वाटरवेज कॉन्क्लेव-2022’ (Waterways Conclave-2022) को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ रही हैं, इसी को ध्यान में रखते हुए अब इनके सस्ते और आसानी से उपलब्ध विकल्पों का पता लगाना आवश्यक हो गया है। गडकरी ने मेथनॉल (Methanol) को डीजल का विकल्प बताते हुए कहा कि यह डीजल से सस्ता भी है और डीजल इंजन को मेथनॉल से चलने वाले इंजन में बदलने की तकनीक भी मौजूद है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि असम प्रतिदिन 100 टन मेथनॉल का उत्पादन करता है. इस उत्पादन को 500 टन प्रतिदिन किया जाएगा। तकनीक में बदलाव कर अगर डीजल इंजनों को मेथनॉल इंजनों में बदला जाए तो इसका फायदा असम को होगा। उन्होंने कहा कि मेथनॉल के इस्तेमाल से फ्यूल की लागत 50 फीसदी तक घट जाएगी। गडकरी ने कहा “हम मेथनॉल से चलने वाले समुद्री इंजन विकसित कर सकते हैं और डीजल इंजनों को उसमें बदल सकते हैं।
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