उज्जैन। मवेशी के उपयोग में आने वाले और भोजन में देने वाला भूसा, खली चुरी के भाव में हुई जबरदस्त वृद्धि के कारण किसान परेशान हो गए हैं और इस वजह से वे पशु पालन करन में रुचि कम दिखा रहे हैं। यहाँ यह उल्लेखनीय है कि इन दिनों दूध भी महंगा है और ऐसे ही हाल रहे तो आने वाले दिनों में और भी महंगा हो जाएगा।
पहले उज्जैन संभाग तथा संपूर्ण मालवा क्षेत्र में किसान और और आम नागरिक, मजदूर अपने अपने घरों पर दूध देने वाली गाय भैंस और पशु पालते थे और अब इस लोगों का रुझान कम होने लगा है। पशु पालने में अब धीरे-धीरे लोगों का लगाव और पशु पालने का शौक कम होता जा रहा है और वे कम पशु रख रहे हैं। इस बारे में बताया गया है कि पशुओं को खिलाने वाला भोजन भूसा, खल चूरी चापड़ के भाव में जबर्दस्त मूल्य वृद्धि हो चुकी है और भाव बढ़ चुके हैं जिसकी वजह से पशु पालने वाले और पशु रखने वाले लोग परेशान हैं और इसी वजह से वे अपने घरों पर कम पशु रख रहे हैं क्योंकि पशुओं को खिलाने वाले आहार के दाम तीन गुना से अधिक बढ़ चुके हैं और पशुओं को खिलाना उन्हें भारी पडऩे लगा है।
पूर्व के वर्षों में अधिकांश लोग गाय, भैंस और बकरी घरों पर पालते थे लेकिन अब उज्जैन संभाग में रहने वाले किसानों और अन्य लोगों का लगाव पशु पालन में कम होता जा रहा है। दूध के भाव आने वाले दिनों में बढ़ सकते हैं और दुधारू पशुओं की संख्या कम हो रही है।
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