नई दिल्ली। निवेशकों के बीच सबसे लोकप्रिय हाइब्रिड कैटेगरी में से तीन-मल्टी एसेट, अग्रेसिव हाइब्रिड और बैलेंस्ड एडवांटेज फंड हैं। देश के टॉप फंड हाउसों में से एक आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड को उसके हाइब्रिड ऑफर्स के लिए जाना जाता है। जैसा कि नाम से पता चलता है कि मल्टी-एसेट कैटेगरी वह है जिसमें एक निवेशक को एक ही फंड के माध्यम से तीन या अधिक संपत्तियों के वर्ग में निवेश का मौका मिलता है।
1.96 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रहा है बैलेंस्ड एडवांटेज फंड का एसेट अंडर मैनेजमेंट
शानदार प्रदर्शन का श्रेय सोने जैसी परिसंपत्तियों में फंड के अधिक निवेश को दिया जा सकता है। क्योंकि मूल्यांकन महंगा होने से जब बाजार सार्वकालिक स्तर पर पहुंच गया था तो इस दौरान इक्विटी में फंडों ने निवेश कम कर दिया था। इनमें से प्रत्येक कॉल ने फंड के लिए अच्छा प्रदर्शन किया।
बैलेंस्ड एडवांटेज फंड-इक्विटी और डेट का संगम
बैलेंस्ड एडवांटेज फंड ऐसी कैटेगरी है जिसमें पिछले तीन वर्षों में उतार-चढ़ाव के समय में निवेशक अपनी दिलचस्पी दिखाते रहे हैं। इसका एयूएम 1,96,696 करोड़ रुपये है। शीर्ष पांच फंडों के पास कुल एयूएम का लगभग 72% हिस्सा है। इस कैटेगरी का मुख्य आकर्षण यह है कि यहां फंड मैनेजर जब चाहे इक्विटी और डेट में निवेश कर सकता है। इसे आमतौर पर रूढ़िवादी निवेशकों द्वारा पसंद किया जाता है। जब मूल्यांकन आकर्षक हो जाता है तब अधिकांश फंड हाउस इक्विटी में अपना निवेश बढ़ा देते हैं और मूल्यांकन कम होने पर घटा भी देते हैं।
फंड मैनेजर के निवेश की रणनीति
निवेश तय करने के लिए फंड मैनेजर मार्केट मैट्रिक्स, इन-हाउस मॉडल आदि पर भरोसा करते हैं, ताकि मानवीय पूर्वाग्रह को दूर रखा जा सके। फंड आमतौर पर इक्विटी में निवेश का ज्यादा स्तर बनाए रखता है जो बाजार की तेजी के दौरान फंड के प्रदर्शन में मददगार होता है। इक्विटी में कम निवेश को देखते हुए प्रदर्शन के मामले में फंड अपेक्षाकृत कम उतार-चढ़ाव वाला रहा है।
फंड हाउसों की रणनीति
म्यूचुअल फंड की हाइब्रिड रणनीति देखें तो जो बड़े और बेहतर प्रदर्शन करने वाले फंड हाउस हैं, उनमें एसबीआई, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल, एचडीएफसी म्यूचुअल फंड, कोटक, टाटा और अन्य हैं। इन सभी के फंड हाउसों ने अच्छा अनुभव निवेशकों को दिया है। प्रदर्शन के मामले में आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल कामयाब रहा है। 2022 में एक बार फिर से यह शीर्ष प्रदर्शन करने वालों में रहा है। हाइब्रिड की बात करें तो यह 65% से 80% तक इक्विटी में निवेश के साथ आक्रामक कैटेगरी में से एक रहा है।