उज्जैन। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के राज्यपाल मंगुभाई पटेल (Governor Mangubhai Patel) 17 और 18 जनवरी को उज्जैन दौरे पर रहेंगे। राज्यपाल मंगुभाई पटेल आज उज्जैन में रात्रि विश्राम (Night stay in Ujjain) करने के बाद 18 जनवरी की सुबह 10:30 बजे विक्रम विश्वविद्यालय (Vikram University) में भारतीय ज्ञान परंपरा (Indian knowledge tradition) पर आयोजित हो रही कॉन्फ्रेंस (conference) में भाग लेंगे। इसके बाद वे दोपहर 12:05 बजे विक्रम कीर्ति संग्रहालय में पहुंचकर भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल होंगे।
उज्जैन स्मार्ट सिटी लिमिटेड (Ujjain Smart City Limited) के सहयोग से विक्रम कीर्ति मंदिर पुरातत्त्व एवं पाण्डुलिपि संग्रहालय के उन्नयन कार्य का भूमिपूजन एवं शिलान्यास राज्यपाल मंगूभाई पटेल के मुख्य आतिथ्य में संपन्न होगा। इस दौरान अध्यक्षता उच्च शिक्षा मंत्री, मध्यप्रदेश शासन डॉ. मोहन यादव करेंगे। जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप मे सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक पारसचन्द्र जैन और प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय, कुलपति विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन की उपस्थिति में दोपहर 12 बजे विक्रम कीर्ति मंदिर उज्जैन पर संपन्न होगा।
चमोली । जोशीमठ में (In Joshimath) भूधंसाव का खतरा (Landslide Threat) भगवान बदरीनाथ के (Lord Badrinath’s) करोड़ों के खजाने पर भी है (Even on Treasure worth Crores) । इस खजाने को सुरक्षित रखने के लिए (To Keep this Treasure Safe) वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है (Alternative Arrangements being Made) । यात्राकाल में श्रद्धालु भगवान […]
– मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इंदौर में 350 करोड़ की लागत से बन रहे एलिवेटेड कॉरिडोर का किया शिलान्यास इंदौर (Indore.)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Chief Minister Dr. Mohan Yadav) ने बुधवार देर शाम राजवाड़ा (Rajwada) में आयोजित कार्यक्रम के दौरान एलआईजी चौराहे से नवलखा चौराहे तक बनाए जा रहे एलिवेटेड कॉरिडोर का शिलान्यास (Laying […]
दूसरे शहरों से आने वाले श्रद्धालुओं को मिलेगा आश्रय इन्दौर। खजराना गणेश मंदिर (Khajrana Ganesh Temple) में नए साल में भक्त सदन बनाया जाएगा, जिसके लिए तैयारियां अभी से शुरू कर दी गई हैं। इसके बनने के बाद दूसरे जिलों और गांव से आने वाले श्रद्धालुओं (pilgrims) को रात्रि रुकने के लिए अब यहीं पर […]
नई दिल्ली (New Delhi)। प्रोजेक्ट चीता (project cheetah) लॉन्च (launched) हुए सात महीने (7 months) हो चुके हैं। इस दौरान तीन वयस्क चीते और तीन शावक मर चुके हैं। इसलिए सवाल उठने लगे हैं कि क्या यह प्रोजेक्ट सफल होगा। ‘द स्टोरी ऑफ इंडियाज चीताज’ (The Story of India Cheetahs ) के लेखक दिव्यभानु सिंह […]