भोपाल। प्रदेश सरकार के कद्दावर मंत्री गोपाल भार्गव अपने जीवन में 21 हजार निर्धन कन्याओं का विवाह कराने का सबसे बड़ा संकल्प पूरा करने जा रहे हैं। 11 मार्च को सागर जिले की रहली विधानसभा क्षेत्र के गढ़ाकोटा में भव्य विवाह समारोह है। जिसमें 2100 कन्याओं के विवाह होंगे। वे पिछले 30 साल से अपने गृह नगर गढ़ाकोटा में करीब 19000 से बेटियों के विवाह करा चुके हैं। कल होने वाला 20 वां विवाह समारोह है।
राजनीतिक चकाचौंध से दूर रहने वाले गोपाल भार्गव मप्र भाजपा में लगातार 8 बार विधायक रहने वाले पहले नेता हैं। इस दौरान वे सरकार में लंबे समय से मंत्री हैं और नेता प्रतिपक्ष भी रहे हैं। अपने क्षेत्र की निर्धन बेटियों का विवाह कराने का सिलसिला पुराना है। खास बात यह है कि विवाह समारोह का आयोजन सरकारी नहीं बल्कि अपने स्तर पर करते हैं। खास बात यह है कि 2015 में भार्गव ने अपने इकलौते बेटे एवं बेटी का विवाह भी विवाह सम्मेलन में अन्य वर-वधुओं के साथ किया था। भार्गव चाहते तो अपने बेटे-बेटी का विवाह देश के किसी भी महंगे होटल से कर सकते थे, लेकिन उन्होंने विवाह के नाम पर होने वाली फिजूलखर्ची और सामाजिक समरसता का संदेश दिया। जिसकी भाजपा संगठन और संघ पदाधिकारियों ने भी प्रशंसा की थी। हालांकि आज के दौर में ज्यादातर नेता विवाह-समारेाह में नाम पर करोड़ों रुपए खर्च करते हैं।
भोपाल। उज्जैन उत्तर से विधायक पारस जैन ने आगामी चुनावों में पार्टी की उम्रदराज नेताओं को टिकट देने की सिफारिश की है। जैन ने कहा कि 70 पार के जिताऊ नेताओं केा टिकट मिलना चाहिए। दरअसल 73 वर्षीय पारस जैन की टिकिट इस बार उम्र दराज होने के चलते खतरे में है। उनका ये बयान […]
खुले स्थानों पर टीवी स्क्रीन पर देखेंगे लोग दशहरा उत्सव संतनगर। उपनगर में शनिवार को दुर्गा झांकी स्थापित करने वाले समितियों के पदाधिकारियों की बैठक जिला व पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने ली। इस बैठक के माध्यम से उन्हें कोरोना संकटकाल के चलते दुर्गा झांकी की स्थापना व प्रतिमा विसर्जन के दौरान शासन के […]
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने आइसोलेशन कोच का किया निरीक्षण भोपाल स्टेशन पर 20 कोचों में 292 मरीजों को भर्ती करने की होगी सुविधा भोपाल। भोपाल स्टेशन (Bhopal Station) पर खड़े किए आइसोलेशन (Isolation) कोचों में मरीजों को भर्ती करने की सुविधा आज सुबह से शुुरु हो गई। यह पूरी व्यवस्था जिला प्रशासन के नियंत्रण में […]
भोपाल (Bhopal) । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal) में वर्ष 1984 में हुए गैस कांड (Gas scandal) का दंश वर्तमान समय में तीसरी पीढ़ी (Third generation) भी भुगत रही है। विश्व की भीषणतम औद्योगिक त्रासदी माने जाने वाले यूनियन कार्बाइड गैस कांड को 39 साल बीत गए हैं, इसके बाद भी हजारों पीडि़त अब […]