मुंबई: महाराष्ट्र में एमवीए सीट शेयरिंग विवाद को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है. प्रकाश अंबेडकर ने इसको लेकर एक सनसनीखेज खुलासा किया है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद बीजेपी और आरएसएस के साथ नहीं जाएंगे. यह आश्वासन लिखित में दें लेकिन एनसीपी शरद पवार गुट और शिवसेना उद्धव गुट के नेताओं ने ऐसा करने से इनकार कर दिया.
जितेंद्र आव्हाड को लिखे पत्र में प्रकाश अंबेडकर ने सनसनीखेज खुलासा किया है. सीट शेयरिंग पर एमवीए की बैठक में जब हमारे प्रतिनिधियों ने कहा कि हमें मतदाताओं को यह भरोसा दिलाना होगा कि चुनाव के बाद हम बीजेपी या आरएसएस के साथ नहीं जाएंगे. तब आपके सभी नेता खामोश बैठे रहे. उन्होंने एक तरह से इस प्रस्ताव का मौन विरोध किया.
आपकी पार्टी बीजेपी के साथ नहीं जाएगी, लिखित में बताएं
आंबेडकर ने आगे कहा कि आपने ही कहा था कि ये बात लिखित में देने में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए लेकिन उस बैठक में मौजूद संजय राउत ने लिखित आश्वासन देने से साफ-साफ इनकार कर दिया. पहले भी एक बार आपकी पार्टी बीजेपी के साथ समझौता कर चुकी है इसीलिए MVA से गठबंधन करने से पहले वंचित बहुजन अघाड़ी यह सुनिश्चित करना चाहती है की चुनाव के बाद आपकी पार्टी बीजेपी के साथ जाएगी नहीं.
हालांकि, इस दौरान कांग्रेस की बैठक के बारे में बोलते हुए नाना ने कहा की आज कांग्रेस की बैठक में 22 लोकसभा सीटों पर चर्चा की जाएगी और मुंबई की लोकसभा सीटों पर चर्चा बाद में होगी. हमारे यहां डेमॉक्रसी है. बैठक के बाद सभी सीटों पर चर्चा होने के बाद आलाकमान को सूचना दी जाएगी. हम सबसे बात करके फैसला लेते हैं.
ठाकरे और शरद पवार झुके नहीं है- नाना
वहीं, नाना ने दावा किया कि पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह छीन जाने के बाद भी ठाकरे और शरद पवार झुके नहीं है. किसी की विश्वसनियता पर सवाल खड़ा करना उचित नहीं है. दरअसल नाना ने ऐसा इसलिए कहा है क्योंकि सूत्रों के हवाले से इस तरह का दावा किया जा रहा है. सीट शेयरिंग को लेकर MVA की बैठक में प्रकाश आंबेडकर ने NCP सहित सभी दलों से ये मांग की थी की कैंडिडेट के साथ-साथ पार्टी भी लिखित तौर पर ये दे की चुनाव के बाद कोई भी जीता हुआ उम्मीदवार बीजेपी जॉइन नहीं करेगा.