नई दिल्ली। दिल्ली जल बोर्ड संकट (water board crisis) में है. इस बार मामला बोर्ड में हुए घोटाले से जुड़ा है. इस घोटाले को लेकर एंटी करप्शन ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. यह घोटाला उस वक्त सामने आया है जब दिल्ली में कुछ ही हफ्तों में एमसीडी के चुनाव (Election) होने वाले हैं. गौरतलब है कि दिल्ली के उप-राज्यपाल विनय सक्सेना (Lieutenant Governor Vinay Saxena) ने सितंबर महीने में मुख्य सचिव को इस मामले में जांच शुरू करने और एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए थे.
जानकारी के मुताबिक, इस मामले में लोकसेवक और बैंक अधिकारियों (bank officials) के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. यह मामला साल 2019 में 20 करोड़ रुपये के घोटाले और वित्तीय गबन का है. बताया जा रहा है कि दिल्ली जल बोर्ड के कर्मचारियों ने लोगों से पानी का बिल तो वसूला, लेकिन उसे बोर्ड के अकाउंट में जमा नहीं किया. इस मामले में यह भी आरोप है कि उपभोक्ताओं से चेक और नकदी वसूल करने वाली कंपनी का कॉन्ट्रैक्ट खत्म करने की जगह और बढ़ा दिया गया था.
एमसीडी के चुनाव 4 दिसंबर को
बता दें, दिल्ली जल बोर्ड घोटाले को लेकर एफआईआर तब दर्ज की गई है, जब यहां नगर निगम के चुनाव होने वाले हैं. चुनाव 4 दिसंबर को होंगे. 250 सीटों वाली दिल्ली नगर निगम के चुनाव का फैसला 8 दिसंबर को होगा. बता दें, दिल्ली जल बोर्ड दिल्ली सरकार के अधीन है.