दिल्ली, भोपाल से मिले संकेतों के बाद समर्थकों की बैठक लेकर राय ली, कार्यों का ब्योरा पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ तक पहुंचाया
इन्दौर। कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला के बाद शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल भी महापौर का चुनाव लडऩे के लिए तैयार हैं। दिल्ली, भोपाल से मिले संकेत के बाद उन्होंने अपने समर्थकों की बैठक लेकर चुनाव लडऩे संबंधित राय ली और समर्थकों के माध्यम से अपने कार्यों का ब्योरा पूर्व मुख्यमंत्री और मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ तक पहुंचा दिया।
नगर निगम चुनाव को लेकर कांग्रेस में अब उठापटक का दौर शुरू हो गया है। पार्षद पद का चुनाव लडऩे वाले तमाम दावेदारों ने टिकट के लिए भागदौड़ शुरू कर दी है तो कांग्रेस के चुनाव चिह्न पर महापौर का चुनाव कौन लड़ेगा, इसकी हलचल भी शुरू हो गई है। अभी एक नं. के कांग्रेसी विधायक संजय शुक्ला का नाम महापौर चुनाव के लिए पहले नंबर पर है और शुक्ला वरिष्ठ नेताओं से लेकर आम कार्यकर्ताओं की भी पहली पसंद बने हुए हैं। इसी बीच शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल भी चुनाव लडऩे को तैयार हो गए हैं। हालांकि उनका कहना है कि पार्टी किसका टिकट तय करेगी यह उस पर निर्भर है। अगर संजय शुक्ला को टिकट मिलता है तो वे तन-मन-धन से उनके लिए काम करेंगे। मगर विकल्प के तौर पर पार्टी उन्हें महापौर का टिकट देती है तो वे भी चुनाव लडऩे के लिए तैयार हैं। सूत्रों के अनुसार बाकलीवाल के समर्थकों ने उनके कार्यों का ब्योरा कमलनाथ तक पहुंचा दिया है। अब दिल्ली, भोपाल से ही फैसला होगा कि महापौर का चुनाव कौन लड़ेगा।
यह दावा किया बाकलीवाल ने
शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने अध्यक्ष रहते हुए अपने समर्थकों की एक लम्बी टीम भी तैयार कर ली है। ब्लाक अध्यक्ष, वार्ड अध्यक्ष, मंडलम् अध्यक्ष और सेक्टर अध्यक्ष के पद पर अधिकांश बाकलीवाल के समर्थक ही नियुक्त हैं। इसके अलावा एशिया के सबसे बड़े दवा बाजार के वे लगातार तीसरी बार अध्यक्ष बने हैं। पलासिया जैसे बड़े वार्ड से पार्षद रह चुके हैं। देवी अहिल्या विवि छात्रसंघ अध्यक्ष रहने के अलावा वे जैन समाज के भी पदाधिकारी हैं। व्यापारी वर्ग में भी उनकी अच्छी पकड़ है। इन तमाम तर्कों के साथ वे महापौेर टिकट की चाह रख रहे हैं। राजनीति में वे सीधे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से जुड़े हुए हैं। इसका भी उन्हें फायदा मिलेगा।