डेस्क: आए दिन भूकंप की वजह से पूरी दुनिया डरी हुई है. बड़े-बड़े देश भूकंप के पूर्वानुमान को लेकर युद्ध स्तर पर काम कर रहे हैं. अमेरिका के टेक्सास यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर निउ फेलियांग के नेतृत्व में भूकंप की रासायनिक और भौतिक प्रवृत्ति को लेकर शोध हो रहा था. इसी बीच चीन ने बड़ा खेल कर दिया है. साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक चीन ने नेउ फेलियांग को अपने यहां बड़ा पद देकर अमेरिका से वापस बुला लिया है. फेलियांग अब विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का काम देखेंगे. चीन में इसे बहुत बड़ा पद माना जाता है.
चीन में जन्मे 59 साल के नेउ फेलियांग पृथ्वी के भीतर की संरचना पर काम करने के लिए मशहूर हैं. साल 1997 में टोक्यो से पीएचडी की डिग्री हासिल करने के बाद फेलियांग अमेरिका चले गए. साल 2002 में फेलियांग को राइस विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर पद पर नियुक्त किया गया. इसके बाद उन्होंने भू-विज्ञान की दुनिया में बड़ा नाम कमाया.
2008 में निउ ने जनरल नेचर में एक रिपोर्ट तैयार किया, जिसमें पृथ्वी के भीतर की संरचना के बारे में बताया गया था. निउ ने अपने शोध में विस्तार से बताया कि कैसे भूकंप से पहले होने वाले सूक्ष्म भूकंपीय परिवर्तनों को मापा जा सकता है. निउ भू-विज्ञान पर 170 से ज्यादा शोध कर चुके हैं. वर्तमान में निउ यह पता लगाने में जुटे हैं कि भूकंप आने से पहले चट्टानों के नीचे किस तरीके का रिएक्शन होता है. कहा जा रहा है कि इसकी जानकारी अगर मिल जाती है तो भूकंप का पूर्वानुमान लगाया जा सकता है.
फेलियांग का अमेरिका में शोध का काम ठीक चल रहा था. हालांकि, फेलियांग अमेरिका के उस नीति से खफा थे, जिसमें चीन के विद्यार्थियों को अमेरिकी यूनिवर्सिटी में जगह नहीं दी जा रही थी. लौटने की एक बड़ी वजह इसे ही बताई जा रही है. दूसरी तरफ चीन खुद भी भूकंप से परेशान है. पूर्वानुमान के लिए चीन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल पर भी काम कर रहा है. कहा जा रहा है कि फेलियांग को वापस बुलाने की एक वजह यह भी है. चीन ने फेलियांग को शिक्षा और साइंस के क्षेत्र में बड़ा पद देकर वापस अमेरिका से बुला लिया है.
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