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अमेरिकी युद्धपोत निमित्ज पहुंचा अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह

नई दिल्ली । चीन के नजदीक साउथ चाइना सी में युद्धाभ्यास खत्म करने के बाद अमेरिकी नेवी के सातवें बेड़े में शामिल एयरक्राफ्ट कैरियर यूएसएस निमित्ज अब अंडमान निकोबार द्वीपसमूह के पास पहुंच गया है। पूर्वी लद्दाख की सीमा एलएसी पर चीन के साथ चल रहे सैन्य टकराव के बीच भारतीय नौसेना यहां दो दिन पहले से ही युद्धाभ्यास कर रही है। चीन के साथ भारत के जारी तनाव के बीच अमेरिका ने साउथ चाइना सी से लेकर हिन्द महासागर तक अपनी गश्त बढ़ा दी है।

भारतीय नौसेना ने चीन को समुद्री इलाके में घेरने का संदेश देने के लिए दो दिन पहले अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में युद्धाभ्यास किया था। पूर्वी बेड़े के प्रमुख रियर एडमिरल संजय वात्स्यायन के नेतृत्व में यह ड्रिल अंडमान-निकोबार कमांड (एएनसी) और पूर्वी नौसेना कमान के युद्धपोतों और विमानों के साथ की जा रही है। भारत की यह ड्रिल इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि अंडमान और निकोबार के इन्हीं रास्तों मलक्का स्ट्रेट से चीन का अहम व्यापार होता है। अंडमान-निकोबार द्वीप समूहों के पास ड्रिल कर रहे भारतीय युद्धपोतों में विध्वंसक, पेट्रोलिंग एयरक्राफ्ट और पनडुब्बी शामिल हैं। कई युद्धपोतोंं को मलक्का स्ट्रेक के पास तैनात किया गया है, जहां से चीन के व्यापारिक जहाज गुजरते हैंं।

भारतीय नौसेना ने जब यह युद्धाभ्यास शुरू किया था तब पहले से ही दो अमेरिकी सुपर एयरक्राफ्ट कैरियर यूएसएस निमित्ज और रोनाल्ड रीगन दक्षिण चीन सागर में युद्धाभ्यास करके चीन को हिन्द महासागर में घेरने का संदेश दे रहे थे। भारतीय नौसेना की ड्रिल शुरू होने के बाद अमेरिकी युद्धपोतों ने साउथ चाइना सी में युद्धाभ्यास खत्म कर दिया। यूएसएस रोनाल्ड रीगन तो लौट गया लेकिन अमेरिकी नेवी के सातवें बेड़े में शामिल एयरक्राफ्ट कैरियर यूएसएस निमित्ज 18 जुलाई को मलक्का स्ट्रेट से गुजरते हुए देखा गया था, जो रविवार की शाम को अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह के पास पहुंच गया है। अब अंडमान के पास ही यूएसएस निमित्ज हिन्द महासागर में गश्त लगाएगा। इस एयरक्राफ्ट कैरियर पर 90 लड़ाकू विमान और हेलिकॉप्टर्स के अलावा 3000 के आसपास अमेरिकी नौसैनिक तैनात हैं।

अमेरिकी युद्धपोत निमित्ज की खासियत
संयुक्त राज्य अमेरिका की नौसेना का यह सुपर एयरक्राफ्ट कैरियर परमाणु ऊर्जा संचालित 10 विमानों को एक साथ लेकर चल सकता है। इस जहाज का नाम द्वितीय विश्व युद्ध में अमेरिकी प्रशांत बेड़े के कमांडर फ्लीट एडमिरल चेस्टर डब्ल्यू. निमित्ज के नाम पर रखा गया है। कुल 1,092 फीट (333 मीटर) लंबे इस जहाज पर एक लाख टन तक का भार लादा जा सकता हैै। अमेरिका के सुपरकैरियर्स में यूएसएस निमित्ज को बहुत ताकतवर माना जाता है। परमाणु शक्ति से चलने वाले इस एयरक्राफ्ट कैरियर को अमेरिकी नौसेना में 3 मई, 1975 को कमीशन किया गया था। यह कैरियर स्टाइक ग्रुप 11 का अंग है जो अकेले अपने दम पर कई देशों को पल भर में बर्बाद करने की क्षमता रखता है।

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