तेल अवीव । भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। पद छोड़ने के दबाव का सामना कर रहे नेतन्याहू के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले की सुनवाई फिर से शुरू हो गई। भ्रष्टाचार और कोरोना संकट संभालने को लेकर पहले ही उनकी काफी आलोचना हो रही है। अब अदालत में फिर से सुनवाई शुरू होने से उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
नेतन्याहू पर पद के दुरुपयोग, भ्रष्टाचार और घूस लेने के आरोप हैं। हालांकि, वह अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद और झूठे बताते रहे हैं। इस्राइल में कोरोना के करीब 50 हजार मामले हैं। 400 लोगों की जान गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार ने कोरोना को नियंत्रित करने के उपायों को नजरअंदाज किया है। इसको लेकर भी बेंजामिन की चौतरफा आलोचना हो रही है और लोग प्रदर्शन कर रहे हैं।
यहां नेतन्याहू के खिलाफ राजधानी जेरूशलम और तेल अवीव में हर दिन प्रदर्शन हो रहे हैं। कुछ दिनों के अंतराल मे जेरूशलम में प्रधानमंत्री के आवास के बाहर सैकड़ों प्रदर्शनकारी इकट्ठा होकर उनके इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन करने लग जाते हैं, जिसे पुलिस तितर-बितर करने का काम करती है। अब तक कुछ प्रदर्शनकारी गिरफ्तार भी किए गए हैं ।
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