- विरोध में भाजपा के नेताओं ने सुबह तक दिया धरना
- मामला सीएम तक पहुंचता उससे पहले महिला की शिकायत पर केस दर्ज, टीआई को हटाया
भोपाल। छतरपुर जिले के लवकुशनगर थाने में मूक बधिर महिला की शिकायत पर केस दर्ज करने पर रात भर बवाल मचा। थाना प्रभारी हेमंत नायक ने पहले महिला को थाने से भगा दिया। जब महिला की पैरवी करने भाजपा विधायक राजेश प्रजापति पहुंचे तो टीआई ने उन्हें चलता करने की कोशिश की। इसके बाद विधायक थाने के गेट पर ही धरने पर बैठे। टीआई ने विधायक से ऊंची आवाज में भी बात की। यहां तक उन्हें धमकी दी कि ज्यादा करोगे तो दिक्कत खड़ी हो जाएगी। इसके बाद छतरपुर भाजपा जिलाध्यक्ष और बड़ामलहरा विधायक भी थाने पहुंचे। मामला बिगड़ता देख रात करीब 2 बजे एसपी एवं अन्य अफसर पहुंचे। सुबह मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचता उससे पहले ही आरोपी दीपू तिवारी पर केस दर्ज हुआ और टीआई को लाइन हाजिर किया। सुबह 4 बजे धरना खत्म हुआ।
दरअसल, मूक बधिर महिला की रिपोर्ट दर्ज कराने लवकुशनगर थाने पहुंचे चंदला से भाजपा विधायक राजेश प्रजापति से थाना प्रभारी हेमंत नायक ने अभद्रता कर दी। थाना प्रभारी ने विधायक से चिल्ला-चिल्लाकर कहा झूठी रिपोर्ट करवाने आए हो। थाना प्रभारी अपने मोबाइल पर आला अधिकारी की विधायक से बात करवाने आए तब भी चिल्लाकर बोले। पूरे घटनाक्रम में विधायक का लहजा शांत रहा। विधायक ने बात करने से मना कर दिया और रात 11 बजे से थाने में धरने पर बैठ गए। एसपी सचिन शर्मा, एएसपी विक्रम सिंह विधायक को मनाने पहुंचे, लेकिन वे नहीं माने। विधायक से अभद्रता की सूचना पर बड़ामलहरा से भाजपा विधायक प्रधुम्न लोधी, पूर्व जिलाध्यक्ष पुष्पेंद्र प्रताप सिंह गुड्डू लवकुशनगर थाने पहुंचे और चंदला विधायक के साथ धरने पर बैठ गए। थाना प्रभारी को लाइन हाजिर किया गया है।
पीडि़त महिला को थानेदान ने भगाया
चंदला से भाजपा विधायक राजेश प्रजापति कहा कि उनके गांव की मूक बधिर महिला के साथ दीपू तिवारी ने शराब के नशे में अभद्रता की है। महिला रिपोर्ट कराने आई तो उसे भगा दिया गया। थाना प्रभारी हेमंत नायक ने महिला से कहा कपड़े दिखाओ, कहां चोट लगी है। उसे भगा दिया गया। विधायक ने कहा मुझे खुद उसकी एफआइआर के लिए आना पड़ा। थाना प्रभारी हेमंत नायक ने मुझसे चिल्ला-चिल्लाकर बात की। थाने आने वाले व्यक्ति का बिना पैसे लिए काम नहीं होता है। गुंडा अपराधी की एफअइआर करते हैं। उसे चाय पिलाते हैं। विधायक ने कहा शायद उनमें ऐसी मानसिकता है कि मैं अजा वर्ग से विधायक हूं। इसी मानसिकता से वो चिल्ला रहे हैं। यह लोग जनता के रक्षक हैं या भक्षक हैं। पांच लाख जनता के जनप्रतिनिधि की बेइज्जती की है। मेरे साथ ऐसा व्यवहार है तो जनता के साथ क्या करते होंगे। Share: