जबलपुर न्यूज़ (Jabalpur News)

खुद को क्राइम ब्रांच का बताकर वारदातों को अंजाम देता था अतुल!

  • मामले की निष्पक्ष जांच होती तो कई पुलिसकर्मी होते बेनकाब, होते कई बड़े खुलासे

जबलपुर। एक एसएएफ आरक्षक द्वारा कुछ अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर लोगों के साथ लूट करने करने का मामला सामने आने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई थी। एसएएफ में पदस्थ आरक्षक अतुल गुप्ता को पुलिस लाइन में अटैच किया गया था। अधिक पैसे कमाने की लालच में कानून की रक्षा करने वाले पुलिस आरक्षक ने ही अपराध का रास्ता चुन लोगों के साथ लूट करना शुरु कर दिया। विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एसएएफ आरक्षक अतुल गुप्ता गौर, बरेला, वायपास आदि क्षेत्रों में बुलेरो गाड़ी से इन घटनाओं को अंजाम देता था। वहीं जानकारी यह भी है कि अतुल गुप्ता के साथ दो-तीन अन्य थानों के पुलिसकर्मी भी शामिल होकर लोगों को वर्दी का डर दिखाकर झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर पैसे लूट लिया करते थे। एसएएफ आरक्षक अतुल गुप्ता और साथी पुलिसकर्मियों द्वारा अपने आप को क्राइम ब्रांच का बताकर घटनाएं की जा रही थी। वहीं लोग डर के कारण शिकायत नहीं करते थे। लेकिन हाल ही में एक पीडि़त की शिकायत पर पुलिस द्वारा अतुल गुप्ता के विरुद्ध बरेला थाने में अवैध वसूली, मारपीट, एसटीएससी एक्ट एवं अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरक्षक द्वारा वर्दी की आड़ में लूट की घटनाओं को अंजाम देने का मामला उजागर होने के बाद विभाग में तरह-तरह की चर्चाओं का दौर जारी है।



कई घटनाओं के हो सकते थे खुलासे
जानकारी के अनुसार आरक्षक अतुल गुप्ता के द्वारा लंबे समय से इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा था। हाल ही में बरेला थाने में एक पीडि़त की शिकायत पर उसके विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है और उसके गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है पुलिस ने आरक्षक अतुल गुप्ता के साथ एक अन्य आरोपी की भी पहचान की है, जो कि पेशे से अधिवक्ता है। बताया जा रहा है कि आरोपी अधिवक्ता फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है। वहीं सूत्रों की माने तो अगर मामले की निष्पक्ष जांच की जाए तो आरक्षक अतुल के साथ इन घटनाओं में शामिल अन्य पुलिसकर्मियों के नाम भी सामने आ सकते हैं। और कई घटनाओं के खुलासे हो सकते हैं।

क्या है मामला
जानकारी अनुसार हाल ही में बरेला थाना अंतर्गत गौर चौकी पुलिस में लूट की एक शिकायत के आधार पर छठवीं बटालियन में पदस्थ एसएएफ आरक्षक अतुल गुप्ता को गौर चौकी पुलिस ने हिरासत में था। आरक्षक अतुल गुप्ता द्वारा अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर वर्दी के आड़ में रात के अंधेरे में लोगों को शिकार बनाया जाता था और उनसे लूटपाट की जाती थी।

Share:

Next Post

व्यंग्य : दावेदारी का मनोविज्ञान

Sat Jun 17 , 2023
किसी भी चुनाव से ऐन पहले राजनीति में सबसे ज्यादा पैदा होने वाली प्रजाति है दावेदार । असल में ये राजनीति का कबाड है, लेकिन, ये ऐसा मानते कभी नहीं। चुनाव की आहट पाते ही ये खुद को झाड-पोछकर मार्केट में ले आते हैं, कुछ हुआ तो ठीक वरना फिर से यथास्थिति में पहुंच जाते […]