देश

अयोध्या में सुरक्षा ऐसी कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता

अयोध्या । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच अगस्त को रामनगरी अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का भूमि पूजन के साथ शिलान्यास भी करेंगे। इसके देखते हुए पिछले कई दिनों से तैयारियां चल रही है। वहीं, पुलिस प्रशासन ने भी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अपनी तैयारियां शुरु कर दी है। एडीजी सुरक्षा वीके सिंह ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के साथ पूरे जनपद की सुरक्षा व्यवस्था को जायजा लेकर​ अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए हैं।

प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद नरेंद्र मोदी पहली बार पांच अगस्त को रामनगरी अयोध्या आ रहे हैं। उनके साथ उद्योगपति मुकेश अंबानी व गौतम अडानी व कई राजनेता शामिल होने की उम्मीद जतायी जा रही हैं।

दो सौ लोगों की सूची बनकर तैयार हो गयी है। प्रधानमंत्री के आगमन से लेकर कार्यक्रम व सम्बोधन तक सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुख्ता इंतजाम को लेकर तैयारियां चल रही है।

इसके तहत एडीजी सुरक्षा वीके सिंह ने अयोध्या पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायेजा ले चुके हैं। उन्‍होंने साकेत महाविद्यालय में बन रहे प्रधानमंत्री के हेलीपैड स्थल व राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा का भी जायजा लिया। पांच अगस्त के भूमि पूजन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर यहां के पुलिस अधिकारियों से भी मंथन किया।

एडीजी ने वीवीआईपी,वीआईपी, साधु-संत, अधिकारी नेता, विहिप-न्यास के गणमान्य शामिल लोगों की सूची भी देखी हैं। बताया जा रहा है कि सुरक्षा ऐसी रहेगी कि कोई परिंदा पर भी नहीं मार सकता हैं।

जल्द पहुंचेंगे एसपीजी कमांडों
प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर जिला व पुलिस प्रशासन ने पूरी रुप रेखा तैयार करके उस पर काम भी शुरु कर दिया हैं। बताया जा रहा है कि एक या दो अगस्त को एसपीजी के कमांडो व उनके अधिकारी भी रामनगरी पहुंच जायेंगे। इससे पहले यूपी एटीएस, एसटीएफ, सर्विलांस, साइबर सेल, खुफिया विभाग और स्थानीय एलआईयू की टीम मुस्तैद हो गयी हैं।

Share:

Next Post

न्यूजीलैंड ने भी अब चीन की हांगकांग नीति को नकारा, तोड़ी प्रत्यर्पण संधि

Wed Jul 29 , 2020
वेलिंगटन । न्यूजीलैंड ने भी अब हांगकांग के साथ प्रत्यर्पण संधि को निलंबित करने का फैसला लिया है। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और ब्रिटेन इस संधी तो तोड़ चुके हैं । विदेश मंत्री विंस्टन पीटर्स ने कहा, न्यूजीलैंड को अब यह भरोसा नहीं है कि हांगकांग की आपराधिक न्याय प्रणाली चीन के दबाव से पूरी […]