भोपाल। सर्दी का मौसम (winter season) आने के बावजूद राजधानी भोपाल (Bhopal) में लोगों को गर्मी का अहसास हो रहा है। आसमान में बादल छाने की वजह से धूप तो नहीं निकल रही, लेकिन लोगों को ठंड भी महसूस नहीं हो रही। मौसम विभाग (weather department) के मुताबिक शुक्रवार को राजधानी भोपाल का न्यूनतम तापमान 17.5 डिग्री दर्ज किया गया। इस सीजन में ऐसा पहली बार है कि पूरे नवंबर महीने में भोपाल का अधिकतम तापमान 17 डिग्री को पार कर गया हो। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक तापमान में यह बढ़ोतरी आसमान में बादल छाने की वजह से हुई है।
आमतौर पर जब बादल छाते हैं तो न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जाती है। अगले दो दिनों तक राजधानी में बादल छाए रहने का ही अनुमान है। आसमान में बादल छाने की वजह से शहर में धुंध सी छाई हुई है। विजिबिलिटी 3000 फीट से कम दर्ज की गई। मौसम विभाग के मुताबिक शहर में बढ़ते प्रदूषण और वातावरण के शुष्क होने की वजह से बारीक कणों की मौजूदगी हवा में बनी हुई है। नमी अधिक होने से यह कण नीचे बैठते हैं. लेकिन, फिलहाल ऐसा नहीं है जिससे शहर में धुंध दिखाई दे रही है।
दक्षिण भारत के मौसम का असर
मौसम में यह बदलाव दक्षिण भारत में मौसम में हुए बदलाव के असर के तौर पर देखा जा रहा है। भोपाल समेत कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी भी दर्ज की गई. लगातार भारी बारिश के चलते केरल के सबरीमला स्थित भगवान अयप्पा मंदिर को एक दिन के लिए बंद कर दिया गया है। यहां पम्बा सहित कई नदियां खतरे के निशान को पार कर गई है। ये आदेश पथानामथिट्टा जिला प्रशासन ने शुक्रवार को जारी किया। जिला प्रशासन ने कहा कि पवित्र नदी मानी जाने वाली पम्बा उफान पर है. पम्बा डैम को लेकर भी रेड अलर्ट जारी किया गया है. प्रशासन ने कहा कि कक्की-अनाथोड जलाशय के लिए भी रेड अलर्ट की स्थिति जारी कर दी गई है।
आंध्र प्रदेश में भारी बारिश के चलते अचानक आई बाढ़
आंध्र प्रदेश में भारी बारिश के चलते अचानक आई बाढ़ से हर तरफ तबाही का मंजर है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब तक 17 लोगों की मौत हो गई है. जबकि करीब 100 लोग लापता हैं। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने के चलते राज्य के चार जिलों में पिछले 24 घंटे से लगातार भारी बारिश हो रही है। शुक्रवार को रायलसीमा के तीन जिलों और एक दक्षिणी तटीय जिले में 20 सेंटीमीटर तक भारी वर्षा होने से भयंकर तबाही हुई है। कडप्पा जिले में अब भी 12 लोग लापता हैं. वायुसेना, एनडीआरएफ और अग्निशमन सेवाओं के कर्मियों ने बाढ़ में फंसे कई लोगों को बचाया है।