विदेश

‘न्याय मंत्रालय को हथियार बना रहे बाइडन’, गुप्त दस्तावेज मामले में ट्रंप के खिलाफ मुकदमे पर भड़का विपक्ष

वॉशिंगटन। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक के बाद एक नए आरोपों में घिरते जा रहे हैं। पहले एक स्तंभकार की ओर से दुष्कर्म के मामले में घिरने के बाद ट्रंप पर अब अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को दांव पर लगाने के आरोप लगे हैं। इनमें एक संगीन आरोप यह भी है कि ट्रंप ने राष्ट्रपति पद से हटने और व्हाइट हाउस छोड़ने के बाद भी परमाणु हथियारों से जुड़े गुप्त दस्तावेज अपने पास ही रखे थे। इसे लेकर ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी ने भी उनका समर्थन किया है और कहा है कि बाइडन न्याय मंत्रालय को अपने प्रमुख प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं।

गौरतलब है कि 76 वर्षीय डोनाल्ड ट्रंप इस वक्त 2024 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी की ओर से सबसे दमदार उम्मीदवार माने जा रहे हैं। उन्हें डेमोक्रेट पार्टी की ओर से राष्ट्रपति जो बाइडन के लिए कड़ी चुनौती भी करार दिया जा रहा है। हालांकि, एक के बाद एक आरोपों में फंसना उनकी उम्मीदवारी के लिए बड़ा झटका है। अमेरिका के न्याय मंत्रालय ने गोपनीय सूचनाओं को अपने पास रखने के मामले में ट्रंप के खिलाफ लगे संघीय आरोपों को सार्वजनिक कर दिया है। साथ ही उन पर मुकदमा चलाने की मंजूरी भी दी है।

ट्रंप के करीबी नेता और रिपब्लिकन पार्टी में जबरदस्त प्रभाव रखने वाले नेता और संसद के निचले सदन- हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स के स्पीकर केविन मैक्कार्थी ने ट्वीट कर कहा कि यह बेहद बेशर्मी भरी बात है कि राष्ट्रपति अपने खिलाफ खड़े एक उम्मीदवार को फंसाने की कोशिश कर रहे हैं। बाइडन ने खुद दशकों तक कई गुप्त दस्तावेज अपने पास रखे। उन्होंने कहा कि मैं और सभी अमेरिकी कानून के राज पर भरोसा करते हैं और इस अन्याय के खिलाफ ट्रंप के साथ खड़े हैं। रिपब्लिकन सांसद इस ताकत को हथियार बनाए जाने की जिम्मेदारी तय करेंगे।

दूसरी तरफ संसद के निचले सदन में ही रिपब्लिन पार्टी के व्हिप स्टीव स्कैलाइज ने कहा कि यह एक दिखावे वाला अभियोग है। जो हो रहा है, उस पर स्पष्ट कहा जाए तो बाइडन अपने न्याय मंत्रालय को अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ इस्तेमाल कर रहे हैं। ट्रंप के समर्थन में कुछ ऐसी ही आवाजें सांसद जेडी वांस, एलिसे स्टेफानिक की ओर से भी उठाई गईं। इन दोनों ने कहा कि बाइडन 2024 में अपने सबसे कड़े प्रतिद्वंद्वी पर हमले कर रहे हैं। वह 2024 के चुनाव चोरी के जरिए जीतना चाहते हैं। हालांकि, रिपब्लिकन पार्टी के कुछ और बड़े नेता जैसे सीनेट में मिच मैक्कॉनेल, सीनेट व्हिप जॉन थ्यून और कई और सांसदों ने ट्रंप को लेकर चुप्पी साध रखी है।

ट्रंप को 37 घोर अपराध के मामलों में आरोपी बनाया गया
विदेशी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रंप पर गोपनीय जानकारी अपने पास रखने और न्याय में बाधा डालने से संबंधित 37 घोर अपराध के मामलों में आरोप लगाया गया है। आरोपों में से एक यह भी है कि उन्होंने पेंटागन पर “हमले की योजना” के बारे में बताया और एक सैन्य अभियान से संबंधित एक गोपनीय नक्शे को साझा किया। संघीय अभियोजकों ने उन पर अमेरिकी परमाणु और रक्षा कार्यक्रमों से जुड़े टॉप सीक्रेट फाइलें अवैध रूप से रखने का आरोप लगाया।


ट्रंप ने खुद की पुष्टि
डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रुथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बताया कि उन्हें मियामी संघीय अदालत में मंगलवार को पेश होने के लिए समन मिला है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नेशनल आर्काइव ने ट्रंप के व्हाइट हाउस में रहने के दौरान उनसे और उनकी टीम से राष्ट्रपति रिकॉर्ड से जुड़े दस्तावेज लौटाने की मांग की थी। हालांकि, कई महीने बाद करीब 200 गोपनीय दस्तावेज लौटाए गए। बीते दिनों एफबीआई ने अगस्त 2022 में ट्रंप के ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया था, जिसमें एफबीआई को 100 से ज्यादा गोपनीय दस्तावेज बरामद हुए थे।

ट्रंप ने खुद को बताया बेगुनाह
वहीं, अपने खिलाफ नए आरोप लगने के बाद ट्रंप ने इसे लेकर नाराजगी जाहिर की है। सोशल मीडिया पर किए पोस्ट में ट्रंप ने लिखा कि ‘उन्होंने कभी नहीं सोचा था अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति के साथ ऐसी चीजें भी होंगी! जिस व्यक्ति को अभी तक के सभी राष्ट्रपतियों के मुकाबले सबसे ज्यादा वोट मिले और अभी भी मौजूदा राष्ट्रपति के मुकाबले ज्यादा लोकप्रिय है, उसके साथ ऐसा हो रहा है। मैं बेगुनाह हूं।

ट्रंप ने की थी जिस न्यायाधीश की नियुक्ति वही करेंगे मामले की सुनवाई
अमेरिकी मीडिया ने सूत्रों के हवाले से बताया कि डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ नया संघीय आपराधिक मामले की सुनवाई मियामी के फेडरल डिस्ट्रिक्ट जज एलीन कैनन (Aileen Cannon) को सौंपा गया है।कैनन की नियुक्ति ट्रंप द्वारा ही की गई थी। कैनन पिछले साल लोगों की नजरों में तब आई थीं जब उन्होंने जब फ्लोरिडा में ट्रंप के मार-ए-लागो निवास की एफबीआई की जांच से जुड़ी अदालती प्रक्रियाओं की सुनवाई की थीं।

मार-ए-लागो से दस्तावेजों की जांच के मामले में सुनवाई के लिए जब कैनन को जिम्मेदारी मिली थी तो इस मामले ने दक्षिणपंथी झुकाव वाले कानूनी विशेषज्ञों के बीच संदेह पैदा किया था। अब एक बार फिर ट्रंप को लीक हुए गोपनीय दस्तावेजों की जांच में आरोपित किया गया है और मंगलवार को मियामी संघीय अदालत में उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों की सुनवाई के लिए उन्हें उपस्थित होना है।

सर्च वारंट जारी करने वाले मजिस्ट्रेट सुनवाई की अध्यक्षता कर सकते हैं
उम्मीद की जा रही है कि पिछले साल अगस्त में ट्रंप के मार-ए-लागो निवास में तलाशी के लिए सर्च वारंट जारी करने वाले मजिस्ट्रेट जज ब्रूस रेनहार्ट (Bruce Reinhart) इस बार सुनवाई की अध्यक्षता कर सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गोपनीय दस्तावेजों के आरोप लगाए जाने के बाद सुनवाई के दौरान अपना बचाव करने के लिए विशेष वकील के साथ-साथ ट्रंप ने फ्लोरिडा के एक अन्य वकील को अपनी टीम में शामिल किया है।

ट्रंप के दो वरिष्ठ वकील जिम ट्रस्टी और जॉन राउली को शुक्रवार को मामले से अचानक हटा दिया गया और टॉड ब्लैंच (Todd Blanche) को सुनवाई के नेतृत्व के लिए नए वकील के रूप में नियुक्त किया गया है। दोनों ने बाद में पूरी तरह से ट्रंप की कानूनी टीम से इस्तीफा दे दिया। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर कहा कि टॉड ब्लैंच इस मामले की सुनवाई का प्रतिनिधित्व करेंगे। अप्रैल में ट्रंप को मैनहट्टन अदालत में आरोपी ठहराए जाने के बाद बचाव पक्ष के वकील के रूप में ब्लैंच को काम पर रखा था

Share:

Next Post

केरल स्टोरी की सफलता के बाद सुदीप्तो सेन ने की अगले प्रोजेक्ट की घोषणा, इसपर आधारित होगी फिल्म

Sat Jun 10 , 2023
डेस्क। सुदीप्तो सेन के निर्देशन में बनी फिल्म द केरल स्टोरी को एक महीने से ज्यादा का समय हो रहा है। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ताबड़तोड़ कमाई की है। लोगों को असल जिंदगी से जुड़ी इस फिल्म की कहानी बहुत पसंद आई है। यही वजह है कि इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर […]