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पुजारी दंपत्ति को जिंदा जलाने पर भड़की BJP, पूनिया बोले- कानून व्यवस्था ठप, मर चुकी है सरकार

राजसमंद: राजस्थान के राजसमंद जिले के देवगढ़ की हीरा ग्राम पंचायत की बस्ती में मंदिर विवाद के चलते एक पुजारी दंपत्ति को जिंदा जलाने का मामला लगातार तूल पकड़ रहा है. अब मामले में बीजेपी गहलोत सरकार पर हमलावर हो गई है और कई विपक्षी नेता सरकार पर जमकर हमला बोल रहे हैं. प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष सतीश पूनिया के अलावा राजसमंद से बीजेपी सांसद दीया कुमारी ने भी घटना की निंदा करते हुए इसे गहलोत सरकार के लिए शर्मनाक करार दिया है. सतीश पूनिया ने कहा कि यह घटना सीधे-सीधे सरकार के इकबाल से जुड़ी घटना है और पुजारी को जिंदा जलाए जाना सरकार के ऊपर एक बार फिर सवाल खड़ा करता है.

पूनिया ने कहा कि प्रदेश में कानून का राज ख़त्म हो चुका है. मालूम हो कि देवगढ़ थाना क्षेत्र के हीरा की बस्ती में करीब 10 लोगों की भीड़ ने बुजुर्ग दंपति को जिंदा जलाने के लिए पेट्रोल बम से हमला कर दिया. बताया जा रहा है कि हमले में पुजारी और उनकी पत्नी करीब 80 फीसदी तक झुलस गए हैं. वहीं पुलिस ने इस मामले में 8 संदिग्धों को हिरासत में लिया है. बताया जा रहा है कि मामला जमीन विवाद से जुड़ा है. फिलहाल दंपत्ति का अस्पताल में इलाज चल रहा है जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है.

शर्मनाक और वीभत्स घटना : पूनिया
सतीश पूनिया ने घटना को लेकर कहा कि “एक पुजारी को यूं जिंदा जलाया जाना स्वयं प्रदेश सरकार की मौत का परिचायक है, शर्मनाक और वीभत्स है, सूबे में अब एक एफआईआर कानून व्यवस्था के गुमशुदा होने की भी दर्ज होनी चाहिए. पूनिया ने कहा कि आज प्रदेश में अपराधी बेखौफ अपराध कर रहे हैं, कानून व्यवस्था ठप हो चुकी है और मुख्यमंत्री जो कि खुद ग्रहमंत्री है सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने का काम कर रहे हैं उन्हें प्रदेश की कोई चिंता नहीं है.


मानवता हुई शर्मसार : राठौड़
वहीं उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने घटना को लेकर कहा किकांग्रेस सरकार के राज में राजस्थान जंगल राज का परिचायक बन चुका है. राजसमंद के देवगढ़ में पुजारी दंपती को जिंदा जला देने की घटना मानवता को शर्मसार करने वाली है और बदमाशों द्वारा घटना को अंजाम देकर फरार हो जाना प्रदेश के लचर कानून व्यवस्था का जीता-जागता प्रमाण है.

उन्होंने कहा कि बदमाशों के बुलंद हौसलों व प्रशासन की संवेदनहीनता के कारण ही भरतपुर, जयपुर, अजमेर और अब राजसमंद में ऐसी घटनाएं हो रही है. अपराधियों का गढ़ बना चुके प्रदेश में ना महिलाएं सुरक्षित हैं, ना व्यापारी और ना ही पुजारी… मेरी मांग है कि सरकार इस मामले में दोषियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करे.

वहीं राजसमंद से बीजेपी सांसद दीया कुमारी ने कहा कि राजसमंद के देवगढ़ में मंदिर के पुजारी को जिंदा जला देने के मामले की जितनी निंदा की जाए, जितना दुख जताया जाए कम है, गहलोत सरकार को अब गहरी नींद को छोड़ते हुए दोषियों को सख्त सजा दिलाकर तुरंत न्याय करना चाहिए.

80 फीसदी तक झुलसी दंपत्ति
घटना की जानकारी के मुताबिक, रात के समय पुजारी का परिवार घर में खाना खा रहा था इसी दौरान करीब 10 लोग उनके घर में घुसे और पुजारी दंपति पर पेट्रोल बम फेंक दिया और वहां से फरार हो गए. पेट्रोल बम फेंकते ही पुजारी नवरत्न लाल (75) और उनकी पत्नी जमना देवी (60) बुरी तरह झुलस गए. इसके बाद उनके बेटे यशपाल ने पानी डाला और पड़ोस के लोगों की मदद से अस्पताल लेकर गया. वहीं बेटे यशपाल ने आरोप सरपंच और अन्य कुछ लोगों पर लगाया है. यशपाल ने यह भी कहा कि घटना की सूचना पुलिस को दी थी लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया.

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