ढाका। बांग्लादेश (Bangladesh) के कई शहर इस समय अंधेरे में डूबे हैं। नेशनल पावर ग्रिड मंगलवार दोपहर को फाल्ट आ जाने के कारण यह स्स्थिति बनी।
खबरों की माने तो बांग्लादेश (Bangladesh) में मंगलवार को नेशनल पावर ग्रिड (Naitonal Power Grid) के फेल होने के कारण पूरे देश में ब्लैकआउट (Blackout) हो गया। सरकार की बिजली उपयोगिता कंपनी ने कहा कि ग्रिड की विफलता के कारण व्यापक रूप से ब्लैकआउट होने के बाद बांग्लादेश (Bangladesh) में लगभग 14 करोड़ लोग दोपहर से बिजली के बिना थे। राज्य द्वारा संचालित बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड के अधिकारियों ने कहा कि देश के पूर्वी हिस्से में कहीं न कहीं बिजली ट्रांसमिशन विफल रहा।
बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड (बीपीडीबी) और बांग्लादेश की पावर ग्रिड कंपनी (पीजीसीबी) के अधिकारियों के मुताबिक, ट्रांसमिशन लाइन देश के पूर्वी हिस्से में जमुना नदी के जिलों में कहीं बाधित हो गई है, जिस वजह से ब्लैक आउट हो गया है। इससे देश का 80 फीसदी हिस्सा बिजली संकट का सामना कर रहा है. इससे पहले ग्रिड फेल होने की आखिरी घटना 2 मई 2017 को 32 जिलों में हुई थी।
वहीं पीजीसीबी के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि ग्रिड फेल होने से सभी बिजली संयंत्र एक के बाद एक ठप हो गए, जिससे ढाका, चटगांव, सिलहट, बरिसाल और मयमनसिंह डिवीजन में बिजली गुल हो गई है. हालांकि रंगपुर संभाग के कुछ ही जिलों बिजली आ रही है।
आईसीटी डिवीजन के राज्य मंत्री जुनैद अहमद पलक ने कहा कि ढाका में बिजली की आपूर्ति रात आठ बजे तक बहाल हो जाएगी। वहीं बिजली और ऊर्जा मंत्री नसरुल हामिद ने मीडिया को बताया कि शाम 5 बजे तक बंगभवन और गणभवन सहित ढाका के कुछ हिस्सों में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है। वहीं बीपीडीबी के निदेशक (जनसंपर्क) शमीम हसन ने बताया कि बीपीडीबी और पीजीसीबी दोनों के इंजीनियर बिजली ट्रांसमिशन बहाल करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. हालांकि, पीजीसीबी के अधिकारियों ने कहा कि वे ग्रिड के खराब होने के सही कारण और जगह की पहचान नहीं कर सके।
जानकारी के मुताबिक एसोसिएशन ऑफ मोबाइल टेलीकॉम ऑपरेटर्स ऑफ बांग्लादेश (एएमटीओबी) ने कहा है कि राष्ट्रीय पावर ग्रिड की विफलता के बाद बांग्लादेश के कुछ हिस्सों में दूरसंचार सेवाएं बाधित होने की आशंका है।
उद्योगों पर पड़ रहा बुरा असर
इस महीने की शुरुआत में, बांग्लादेश गारमेंट मैन्युफैक्चरर्स एंड एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष फारुक हसन ने कहा कि स्थिति इतनी गंभीर है कि कपड़ा कारखाने अब दिन में लगभग 4 से 10 घंटे बिजली के बिना हैं. चीन के बाद बांग्लादेश दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कपड़ा निर्यातक है और यह हर साल परिधान उत्पादों के निर्यात से अपनी कुल विदेशी मुद्रा का 80% से अधिक कमाता है।