- नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने दिए संकेत
- जहां-जहां वार्डो का आरक्षण नहीं हुआ वहां जल्द होगा आरक्षण
भोपाल। मप्र में उपचुनाव के साथ-साथ निकाय चुनावों को लेकर सरगर्मी शुरु हो गई है। प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बुधवार को संकेत दिए कि निकाय चुनाव दिसंबर और जनवरी तक हो जाएंगे। संभवत: 27 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के बाद नगरीय निकाय चुनाव का बिगुल बज जाएगा। गौरतलब है कि निकाय व पंचायत चुनाव काफी समय से पेंडिंग है। नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र्र सिंह ने कहा कि जहां-जहां वार्डो का आरक्षण नहीं हुआ है, वहां जल्द ही आरक्षण की प्रक्रिया शुरु होगी। उधर, राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव जागरूकता संबंधी प्रचार के लिए कलेक्टरों को पत्र भी भेजा है। विधानसभा उपचुनाव के बाद निकाय व पंचायत चुनाव की संभावना है। प्रदेश में विधानसभा की 27 सीटों पर उपचुनाव होना हैं। राज्य निर्वाचन आयोग भी इनकी तारीख घोषित होने की प्रतीक्षा कर रहा है। सूत्रों के अनुसार उपचुनाव होने के बाद पहले नगरीय निकाय के चुनाव कराए जाएंगे, फिर पंचायत चुनाव। इसकी पूरी तैयारी है।
सीमा में परिवर्तन की प्रक्रिया पूरी
सूत्रों के मुताबिक प्रदेश सरकार नगरीय निकायों की सीमा में परिवर्तन की प्रक्रिया पूरी कर चुकी है। कमल नाथ सरकार ने जिन 22 नगर परिषदों को अधिसूचना निरस्त करके ग्राम पंचायत बना दिया था, उन्हें फिर से नगर परिषद बनाया जा चुका है। इन निकायों की मतदाता सूची बनाने के लिए राज्य चुनाव आयोग ने कलेक्टरों को जो आदेश दिए थे, वे स्थगित कर दिए गए हैं। जिन 77 निकायों में वार्ड विस्तार निरस्त किया गया है, वहां भी केवल एक निकाय को छोड़कर अन्य में वार्ड की सीमाएं निर्धारित हो गई है। इन सभी स्थानों पर 10 अक्टूबर तक वोटर लिस्ट का काम खत्म करने का लक्ष्य है। आयोग को उम्मीद है कि इस दौरान उपचुनाव की तारीख भी आ जाएगी। इसके बाद नवंबर से जनवरी के बीच निकाय व पंचायत चुनाव हो सकते हैं।