लखनऊ। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में कैब ड्राइवर की पिटाई( cab driver beating) करने की आरोपी लड़की ने अपनी सफाई दी है. पुलिस की ओर से एफआईआर(FIR) दर्ज होने के बाद लड़की सामने आई और कहा कि मैंने अपनी सुरक्षा में युवक को पीटा(beat up the young man in his safety) था. इसके साथ ही लड़की ने कहा कि मुझे हार्ट की प्रॉब्लम है, किडनी की भी प्रॉब्लम है, ब्रेन की भी प्रॉब्लम है.
अपनी सफाई में लड़की ने कहा, ‘ट्रैफिक सिग्नल रेड होने के बावजूद कैब ड्राइवर तेजी से कार चला रहा था, मौके पर मौजूद पुलिस वालों के सामने कानून का उल्लंघन हो रहा था.’ लड़की ने आरोप लगाया कि युवक ने ट्रैफिक कानून का पालन नहीं किया, इस वजह से मैंने अपनी सुरक्षा में युवक को पीटा है, मैं उसको नहीं रोकती तो मुझे मार देता.
लड़की का आरोप है कि कार सवार लड़के मुझे 300 मीटर तक मारते ले गए, यह किसी सीसीटीवी में नहीं दिखाई पड़ा, मुझे हार्ट की प्रॉब्लम है, किडनी की भी प्रॉब्लम है, ब्रेन की भी प्रॉब्लम है, मैं हमेशा की तरह वहां से वाकिंग के लिए जा रही थी, वहां पर सिग्नल रेड हो चुका है, लेकिन ट्रैफिक पुलिस को इससे कोई मतलब नहीं था.
लड़की ने आगे कहा कि रेड लाइट से गाड़ियां पास हो रही थी, पुलिस और लोग सभी कानून का उल्लंघन कर रहे थे, किसी भी गाड़ी का चालान नहीं किया जा रहा था, एक जगह पर वह शख्स भी आता है, इतनी तेजी से कार आती है कि लगता है कि वह उड़ा देगा टक्कर मार देगा, मैं ज़ेबरा क्रॉसिंग से रोड क्रॉस कर रही थी क्योंकि सिग्नल रेड हो चुका था.
इससे पहले कैब ड्राइवर ने दावा किया था कि थप्पड़ मारने वाली लड़की पुलिस की मुखबिर है. कैब ड्राइवर की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में कहा गया कि लड़की के मुखबिर होने की बात खुद कृष्णा नगर थाने की पुलिस ने बताई थी. इसके साथ ही कैब ड्राइवर ने कहा था कि पुलिस ने 10 हजार रुपये की रिश्वत लेने के बाद मुझे छोड़ा था.
दरअसल, लखनऊ की एक लालबत्ती पर कैब ड्राइवर की पिटाई का एक वीडियो वायरल हुआ था. शुरुआत में कैब ड्राइवर को ही दोषी माना जा रहा था, लेकिन 2 अगस्त को जब महिला की पिटाई का वीडियो वायरल होने लगा तब सच सामने आया. इसके बाद पुलिस ने महिला के खिलाफ लूट और मारपीट करने की धाराओं में केस दर्ज कर लिया है. Share: