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केंद्र ने ईंधन पर घटाए उत्पाद शुल्क तो BJP ने TMC को घेरा, ममता से किया सवाल- कब घटाएंगी टैक्स?

नई दिल्ली: पेट्रोल और डीजल की कीमतों (Petrol Diesel Price) में बेतहाशा वृद्धि के बाद देश भर में मची हाहाकार के बाद केंद्र की मोदी सरकार (Modi Sarkar) ने बुधवार शाम एक्साइज ड्यूटी कम करने का फैसला किया. इसके बाद एक ओर जहां भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और केंद्र सरकार को बधाई दी तो वहीं विपक्ष पर हमलावर भी हुए.

केंद्र द्वारा ईंधन पर उत्पाद शुल्क कम किए जाने के बाद कई भाजपा शासित राज्यों ने भी VAT कम कर दिया है. इन सबके बीच भाजपा की आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने पश्चिम बंगाल (West Bengal) की ममता सरकार (Mamata Banerjee) पर निशाना साधा है.

अमित मालवीय ने कहा, ‘क्या उनकी (ममता) सरकार राज्य द्वारा लगाए जाने वाले टैक्स को कम करेगी?’ मालवीय ने लिखा- ‘ईंधन की कीमतों पर बोलने वाली ममता बनर्जी ने पिछले एक साल में पेट्रोल और डीजल दोनों पर राज्य के करों में तेजी से वृद्धि की थी, जबकि केंद्र ने नहीं किया. अब जब केंद्र ने उत्पाद शुल्क में कटौती की है, तो क्या वह राज्य शुल्क कम कर के बंगाल के लोगों की दीपावली को खुशहाल बनाएंगी?’

उत्पाद शुल्क में कटौती के बाद आज से महानगरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें प्रति लीटर- दिल्ली में 103.97 रुपये और 86.67 रुपये; मुंबई में 109.98 रुपये और 94.14 रुपये; कोलकाता में 104.67 रुपये और 89.79 रुपये; चेन्नई में 101.40 रुपये और 91.43 रुपये हो गई हैं.


बता दें कि सरकार ने ईंधन के दाम रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद केंद्र ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में क्रमश: पांच रुपये तथा 10 रुपये की कटौती की. दिवाली की पूर्व संध्या पर की गयी इस घोषणा से ईंधन की आसमान छूती कीमतों को नीचे लाने में मदद मिली और महंगाई की मार झेल रहे आम आदमी को भी कुछ राहत मिली.

वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘भारत सरकार ने कल से पेट्रोल और डीजल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क में क्रमश: पांच रुपये और 10 रुपये की कमी करने का एक महत्वपूर्ण फैसला किया है. इससे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी आएगी.’

कांग्रेस ने केंद्र के फैसले पर उठाए सवाल
वहीं केंद्र के इस फैसले पर कांग्रेस ने सवाल उठाए. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सूरजेवाला ने इसे ‘भाजपा की हार’ के कारण उठाया गया कदम करार दिया. उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम उत्पादों के दाम साल 2014 में संप्रग सरकार के समय की कीमत के बराबर होने चाहिए.

सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘टैक्सजीवी मोदी सरकार को सबक़ सिखाने के लिए देशवासियों को बधाई. प्रजातंत्र में ‘वोट की चोट’ से भाजपा को सच का आईना दिखा ही दिया.’ उन्होंने सवाल किया, ‘याद करें कि मई 2014 में जब पेट्रोल 71.41 रुपये और डीजल 55.49 रुपये प्रति लीटर था, तब कच्चा तेल 105.71 डॉलर प्रति बैरल था. आज कच्चा तेल 82 डॉलर प्रति बैरल है. 2014 के बराबर क़ीमत कब होगी?’

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