बड़ी खबर

चारधाम यात्राः अब तक उत्तराखंड पहुंचे 21 लाख से अधिक श्रद्धालु, बारिश-तूफान का भी डर नहीं

देहरादून। कोरोना (Corona) के चलते दो साल बाद शुरू हुई चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) में इस साल श्रद्धालुओं (pilgrims) का तांता लगा हुआ है. खराब मौसम और बारिश (weather and rain) के बावजूद श्रद्धालुओं की संख्या में कोई कमी नहीं (No decrease in the number of pilgrims) आ रही है. 8 मई से लेकर अब तक 21,21,392 श्रद्धालु चार धाम दर्शन के लिए पहुंच चुके हैं. इनमें से 7,39,752 बद्रीनाथ, 7,14,766 श्रद्धालु 6 मई से लेकर अब तक केदारनाथ धाम पहुंच चुके हैं. इनमें से करीब 71,965 लोग ऐसे भी थे जो हेलिकॉप्टर से केदारनाथ तक पहुंचे थे।


वहीं गंगोत्री धाम की बात की जाए तो यहां पर अब तक 3,78,539 श्रद्धालुओं ने दर्शन कर लिए हैं. यहां पर श्रद्धालुओं का आना 3 मई से ही शुरू हो गया था. उधर यमनोत्री धाम में अभी तक 2,88,335 श्रद्धालु इस दौरान पहुंच चके हैं. गंगोत्री यमनोत्री के कुल श्रद्धालुओं की बात की जाए तो यहां अभी तक 6,66,874 लोग दर्शन कर चुके हैं।

लगातार चल रहा मौसम खराब
हालांकि केदारनाथ में लगातार मौसम खराब चल रहा है और प्रशासन लगातार श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्‍थानों पर रुकने की अपील कर रहा है. तेज बारिश के बाद भस्‍खलन और फिसलन बढ़ने के चलते श्रद्धालुओं से सुरक्षित रहने के लिए कहा जा रहा है. हालांकि इसके बाद भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु हर दिन केदारनाथ में दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं।

जारी हुआ यैलो अलर्ट
रद्रप्रयाग के जिलाधिकारी एम दीक्षित ने बताया कि खराब मौसम को देखते हुए विभाग ने यैलो अलर्ट जारी किया हुआ है. तेज बारिश होने के बाद भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु केदारानाथ पहुंच रहे हैं. उन्होंने बताया कि लैंडस्लाइड के इलाकों में लगातार एसडीआरएफ की टीम भारी मशीनरी के साथ किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैनात है. इसी के साथ हाइवे पर ऐसे स्‍थान भी चिन्हित कर लिए गए हैं जहां पर किसी भी आपता स्थिति में यात्रियों को रोका जा सके।

Share:

Next Post

बैकफुट पर बिलावल भुट्टोः पहले अलापा कश्मीर राग, अब कहा-हमारे लिए भारत से दोस्ती जरूरी

Fri Jun 17 , 2022
इस्लामाबाद। लगभग तीन साल के बाद पाकिस्तान (Pakistan) को अब अक्ल आने लगी है. 2019 में पाकिस्तान (Pakistan) ने भारत (India) से कई तरह के अलगाव कर लिए थे. हालांकि भारत ने उरी की घटना के बाद से ही पाकिस्तान को अलग थलग करना शुरू कर दिया था. अब इन सब घटनाओं से पाकिस्तान (Pakistan […]