- गलत पटरियां बिछने के मामले से सबक लेकर अफसर अब कोई खतरा नहीं लेना चाहते
इंदौर। नेहरू पार्क में बच्चों की ट्रेन तो आ गई है, लेकिन अब उसका ट्रायल टेक्निकल टीमों के सामने होगा और उनकी हरी झंडी के बाद ही ट्रेन को चलाने की शुरुआत होगी। कुछ दिन पहले गलत पटरियां बिछाने के मामले में अफसरों को खासी फटकार पड़ी थी, जिसके चलते कई हिस्सों में पटरियां फिर बदलना पड़ी थीं और अब अफसर किसी प्रकार का खतरा नहीं लेना चाहते।
जोधपुर की फर्म शंकरलाल कासट ने करीब 60 लाख रुपए की लागत वाली ट्रेन नेहरू पार्क में बुलाई है। बीते कई वर्षों से ट्रेन को शुरू करने की मशक्कत चल रही थी, जिसके लिए नेहरू पार्क में ही इंद्रपुरी में बच्चों की रेल का स्टेशन भी बनाया गया है। अब एक-दो दिनों में बच्चों की ट्रेन का ट्रायल शुरू होना है। इसके लिए कई टेक्निकल टीमों को भी बुलाया गया है, ताकि उनकी देखरेख में ट्रायल हो और उसके बाद उनकी सहमति ली जाए।
अधिकारियों का कहना है कि यह प्रक्रिया जरूरी है, क्योंकि बच्चों का मामला है और कल से किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो, इसीलिए यह सारी प्रक्रिया अपनाई जा रही है। दो से तीन दिनोंं तक ट्रायल होगा और इस दौरान वहां सारी स्थिति देखी जाएगी और उसके बाद ही निर्णय होगा। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के कार्यपालन यंत्री डीआर लोधी के मुताबिक कंपनी को विभिन्न शर्तों के आधार पर बच्चों की ट्रेन का ठेका दिया गया है। इसके शुल्क से लेकर वहां सुरक्षा के उपायों को लेकर पहले ही चर्चा हो चुकी है। कंपनी अपने स्तर पर वहां कई कर्मचारी तैनात भी रखेगी।
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