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सेना की संवेदनशील तस्वीरें लीक होने से डरा हुआ है चीन, अपने ही लोगों को दे रहा है धमकी

नई दिल्ली: चीन ने अपने देश के लोगों संवेदनशील सैन्य उपकरणों की तस्वीरें ऑनलाइन साझा करने से बचने की सलाह दी है. चीन ने चेतावनी देते हुए कहा है कि सैन्य उपकरणों की तस्वीरें ऑनलाइन पोस्ट करने वाले लोग राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाल सकते हैं. सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह चेतावनी चीन की काउंटर-इंटेलिजेंस एजेंसी ने WeChat पर पोस्ट की है.

साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट क अनुसार, राज्य सुरक्षा मंत्रालय ने शनिवार ( 23 दिसंबर) को अपने वीचैट अकाउंट पर कहा कि संवेदनशील सैन्य उपकरणों की तस्वीर खींचने वाले किसी भी व्यक्ति को जेल की सजा हो सकती है. मंत्रालय ने आगे कहा, ‘बिना अनुमति के संवेदनशील सैन्य उपकरणों की तस्वीरें खींचना राष्ट्रीय सुरक्षा को गंभीर रूप से खतरे में डालने वाला कृत्य है.’


राज्य सुरक्षा मंत्रालय ने कहा है कि इस तरह की तस्वीरें देश की संवेदनशील जानकारी को उजागर कर सकती हैं, जिसका फायदा शत्रुतापूर्ण विदेशी ताकतें उठा सकती हैं. मंत्रालय ने कहा कि हाल के वर्षों में सैन्य हवाई अड्डों, बंदरगाहों और सैन्य उपकरणों की गुप्त रूप से तस्वीरें लेने के लिए टेलीफोटो लेंस और ड्रोन जैसे पेशेवर उपकरणों का उपयोग करने वाले लोगों के मामले सामने आए हैं. ऐसे में यह सरकार की तरफ से ऐसे लोगों को दी जाने वाली अंतिम चेतवानी है.

इससे पहले साल 2021 में, एक ऐसे ही व्यक्ति को गुप्त तस्वीरें लेने के लिए एक साल की जेल की सजा सुनाई गई थी. उसी वर्ष, झेजियांग प्रांत के जियाक्सिंग में सेना की संवेदनशील तस्वीरें लीक करने के आरोप में एक व्यक्ति को 14 महीने जेल की सजा सुनाई गई थी.

मंत्रालय ने चेतावनी दी कि जो व्यक्ति राज्य के रहस्यों से युक्त दस्तावेज़, डेटा, सामग्री और वस्तुएं अवैध रूप से प्राप्त कर रहे हैं या अपने पास रख रहे हैं, उन्हें 10 दिनों तक की हिरासत का सामना करना पड़ सकता है. वहीं बार-बार चोरी, जासूसी या रिश्वतखोरी के माध्यम से राज्य के रहस्य हासिल करने वाले अपराधियों को सात साल तक की जेल हो सकती है.

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