आचंलिक

बारिश में बहे विकास के दावे

  • करोड़ों रुपए खर्च के बाद पूरी सड़क पानी-पानी हुई

विदिशा। पुलिस लाइन, बंटी नगर, करैयाखेड़ा रोड, सुभाष नगर, हलाली कालोनी, वैशाली विहार, टीलाखेड़ी, आरएमपी नगर, जतरापुर, रामलीला क्षेत्र, बांसकुली, तलैया, रायपुरा, सांची रोड सहित शहर के चारों ओर की बस्तियों में सोमवार को बाढ़ का पानी घुस गया। महज चार घंटे में आठ इंच हुई वर्षा में शहर विकास के दावे बह निकले। ड्रेनेज सिस्टम, नाला निर्माण और नालों की सफाई पर करोड़ों रूपये खर्च होने के बावजूद शहर की हर सड़क पानी – पानी हो गई। रविवार रात दो बजे से सोमवार सुबह छह बजे तक हुई धुंआधार वर्षा ने शहर के सैंकड़ों लोगों को आफत में डाल दिया। घरों में पानी घुसने के कारण यह अपने बच्चों के साथ पूरी रात जागते रहे। शहर की आठ बस्तियों में प्रशासन को होमगार्ड जवानों की मदद से रेस्क्यू कर 155 लोगों को बाहर निकालना पड़ा। शहर में न्यू अरिहंत विहार क्षेत्र, सागर पुलिया नाला सहित चार स्थानों पर बुलडोजर से अतिक्रमण हटाकर पानी की निकासी कराना पड़ी। प्रशासन ने ट्रिनिटी कांवेंट स्कूल सहित आठ स्थानों पर राहत शिविर बनाए है जहां 55 लोगों को ठहराया गया है। सोमवार को भी तेज वर्षा का दौर जारी रहा। इसकी वजह से जल जमाव वाले क्षेत्रों में पानी निकासी के कार्यों में बाधाएं आई। इस बाढ़ में बड़ी संख्या में पानी भरने की वजह से खान-पान और गृहस्थी का सामान खराब हो गया। कलेक्टर उमाशंकर भार्गव के मुताबिक बाढ़ प्रभावित लोगों को चिन्हित करने के लिए 12 सर्वे दल गठित कर दिए हैं। पूरे शहर का जल्दी सर्वे कराकर बाढ़ पीडि़तों को राहत राशि का वितरण किया जाएगा।


शहर के हर नाले पर हैं अतिक्रमण
शहर में बड़े -छोटे करीब 25 नाले हैं। हर नाले पर किसी न किसी का अतिक्रमण हैं। पूरनपुरा, हरिपुरा, डंडापूरा, सागर पुलिया सहित अन्य नालों को अवरूद्ध कर लोगों ने पक्के निर्माण कर लिए हैं। शहर के अंदरूनी क्षेत्रों के नालों की स्थिति इससे खराब हैं। कई नालों को आधे में ही बंद कर पक्के घर बना लिए।नालियों की स्थिति और भी बुरी हैं।घरों के सामने से गुजरी नालियों को ढक दिया गया। इन कारणों से शहर में वर्षा के पानी की निकासी की जगह ही नहीं बची।

अवैध कालोनाइजरों पर नहीं कोई अंकुश
शहर में अवैध कालोनाइजरों पर प्रशासन का कोई अंकुश नहीं रहा। उन्होंने शहर में जगह – जगह मनमर्जी से कलोनिया काट दी। पानी निकासी की चिंता किए बगैर कालोनियों की बाउंड्रीवल खड़ी कर दी।सागर रोड पर नालों को संकरा कर दिया गया। इस क्षेत्र में कालोनाइजरों ने नाले की दिशा तक बदल दी। जिसकी वजह से बाढ़ के कारण पीतल मिल का यही क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हुआ।

Share:

Next Post

मूसलाधार बारिश ने खोली नपा व ठेकेदार की पोल

Tue Jul 12 , 2022
बारिश में बह गई सड़क, पूर्व पार्षद ने लगाए नपा पर आरोप विदिशा। बीती रात हुई बारिश की चपेट में आने से लाखों की लागत से बनी सड़क पानी बह गई। इतना नहीं सड़क किनारे लगे बिजली के खंभे भी इससे वंचित नहीं रहे। खंभे टूटने से करैयाखेड़ा रोड, आम वाली कॉलोनी, आचार्य कॉलोनी के […]