चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने अलगाववादी अमृतपाल सिंह और उसके सहयोगियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई में पकड़े गए सभी सिख युवाओं को छोड़ने के लिए आप सरकार को अल्टीमेटम देकर जनता को ‘भड़काने’ के लिए मंगलवार को अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह पर निशाना साधा. मान ने जत्थेदार पर बादल परिवार का पक्ष लेने का आरोप लगाया और उनसे कहा कि बादल परिवार ने कई जत्थेदारों का ‘उपयोग’ अपने ‘निजी स्वार्थ’ के लिए किया है.
मुख्यमंत्री ने सिखों की सर्वोच्च धार्मिक संस्था अकाल तख्त के जत्थेदार से कहा कि बेहतर होगा अगर वह अपवित्रीकरण या गुरु ग्रंथ साहिब के ‘सरूपों’ (प्रतियों) के लापता होने पर अल्टीमेटम जारी करें. गौरतलब है कि अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने सोमवार को आप सरकार को अल्टीमेटम देते हुए अमृतपाल सिंह और उसके सहयोगियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के दौरान पकड़े गए सिख युवाओं को 24 घंटे के भीतर छोड़ने को कहा था.
जत्थेदार ने पुलिस कार्रवाई के दौरान कुछ लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाने को लेकर भी राज्य सरकार की आलोचना की. अमृतसर में अकाल तख्त के जत्थेदार ने 18 मार्च को अमृतपाल सिंह और उसके संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के खिलाफ कार्रवाई से जुड़े हालात पर चर्चा के लिए सिख संगठनों, बुद्धिजीवियों, सिख वकीलों, पत्रकारों, धार्मिक और सामाजिक नेताओं को बुलाया था. अल्टीमेटम पर जत्थेदार की आलोचना करते हुए मान ने पंजाबी भाषा में ट्वीट किया, ‘जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब जी. सभी आपको जानते हैं और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC) बादल परिवार का पक्ष लेती रही है.’
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