- सभी जिलाध्यक्षों को निर्देश अपने सामने करवाएं परीक्षण
भोपाल। इसी साल नवंबर-दिसम्बर माह में होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में उपयोग होने वाली इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन पर कांग्रेस भरोसा नहीं कर रही है। आशंका के चलते कांग्रेस मतदाता सूची के सत्यापन के साथ ही इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की जांच भी अपने सामने कराएगी। मध्य प्रदेश कांग्रेस संगठन ने सभी जिला अध्यक्ष और विधायकों को निर्देश दिए हैं कि ईवीएम की जांच के समय ऐसे कार्यकर्ता अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें, जिन्हें चुनाव कार्य का अनुभव हो। चुनाव के लिए नई ईवीएम भेजी जा रही हैं। जो मशीनें आ चुकी हैं, उनकी जांच का काम जिला मुख्यालयों पर चल रहा है। चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद फिर से ईवीएम की जांच होगी। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि मप्र विधानसभा चुनाव के लिए नई ईवीएम का आना शुरू हो गया है। इन्हें भंडार गृह में रखने से पहले जांच कराई जा रही है। पारदर्शिता के लिए सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को इसकी सूचना भी दी गई है ताकि वे अपना प्रतिनिधि भेजना चाहें तो भेज सकते हैं।
मध्य प्रदेश कांग्रेस की ओर से चुनाव कार्यों के प्रभारी जेपी धनोपिया ने बताया कि हमने सभी जिला अध्यक्षों और विधायकों से कहा है कि वे चुनाव कार्यों को लेकर सचेत रहें। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ईवीएम और वीवीपैट की प्रथम चरण की जांच के लिए कार्यशाला आयोजित कर रहा है, ताकि संबंधित अधिकारियों को पता रहे कि उन्हें क्या-क्या सावधानियां रखनी हैं। Share:
