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जमीन को लेकर भोपाल में कांग्रेस का उग्र प्रदर्शन, दिग्विजय सिंह समेत 200 लोगों पर FIR

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal) के गोविन्द पुरा इंडस्ट्रीयल एरिया (Govind Pura Industrial Area) में पार्क की जमीन लघु उद्योग भारती (Laghu Udyog Bharti) को आवंटित किये जाने के मामले में रविवार को कांग्रेस ने जोरदार प्रदर्शन किया। वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह (Former CM Digvijay Singh) के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं गोविन्दपुरा इलाके में पहुंचे और सरकार तथा नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान डीआईजी इरशाद वली की दिग्विजय सिंह के साथ तीखी बहस हुई। पुलिस को प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल करना पड़ा। मामले में दिग्विजय समेत 200 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है।

जानकारी के मुताबिक भोपाल के गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल क्षेत्र में लघु उद्योग भारती को आवंटित की गई 10 हजार वर्ग फुट पार्क की जमीन को लेकर रविवार को राजनीति गरमा गई। लघु उद्योग भारती द्वारा रविवार को इसका भूमिपूजन किया गया, जिसका विरोध करने के लिए कांग्रेस नेता मौके पर पहुंचे थे। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी मौके पर पहुंच गए। कांग्रेसियों ने इसे पार्क की जमीन बताते हुए दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में जोरदार प्रदर्शन किया, जिसके चलते डीआईजी इरशाद वली को मोर्चा संभालना पड़ा।



प्रदर्शन के दौरान डीआईजी और दिग्विजय सिंह के बहस हो गई। दिग्विजय सिंह ने डीआईजी इरशाद वली से कहा कि जिला प्रशासन ने लैंडयूज और नगर निगम से परमिशन नहीं ली। अगर इस पार्क में भूमिपूजन या शिलान्यास किया गया तो हम उस दीवार को तोड़ देंगे। दिग्विजय सिंह ने प्रदर्शन के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के साथ है। पार्क को बचाने के लिए हम सड़क से संसद तक लड़ाई लड़ेंगे। कांग्रेस के विरोध को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने यहां बैरिकेड लगाकर, कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोकने की कोशिश की, लेकिन जब वे नहीं मानें तो उनपर वाटर कैनन का इस्तेमाल कर दिया गया।

इस मामले को लेकर अशोका गार्डन थाने में दिग्विजय समेत करीब 200 कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ कोरोना आपदा के दौरान धरना प्रदर्शन और शासकीय आदेशों का उल्लंघन करने पर धारा 188,147 और 269 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, कांग्रेस जिला अध्यक्ष कैलाश मिश्रा समेत 10 लोग पर नामजद और अन्य अज्ञात हैं। डीआईजी इरशाद वली ने कहा है कि अन्य अज्ञात लोगों पर भी वीडियो ग्राफी पहचान कर नामजद की कार्रवाई की जाएगी।

मध्यप्रदेश कांग्रेस ने इस घटना को शिवराज का दमन बताया है। पार्टी ने ट्वीट किया है कि “शिवराज का दमन. पार्क की ज़मीन आरएसएस को देने का विरोध करने पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एवं अन्य वरिष्ठ नेताओं पर शिवराज ने वॉटर कैनन का उपयोग कर ब्रिटिश राज की याद दिला दी। शिवराज जी, प्रदर्शन लोकतंत्र में प्रदत्त अधिकार है, आपके दमन से कांग्रेसी डरने वाले नहीं।”

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