शहरभर की सडक़ों पर चला अभियान..
इन्दौर। कल निगम की टीमों ने शहर के कई औद्योगिक संस्थानों (Industrial Institutions) पर वहां भीड़ देखते ही कार्रवाई का अभियान शुरू कर दी और चेतावनी देने के साथ-साथ दुकानें सील कर दी। गणेश केप मार्ट (Ganesh Cape Mart), पोरवाल ड्रेसेस (Porwal Dresses) से लेकर मधुमिलन ( Madhumilan) क्षेत्र में कई दुकानों पर ताले जड़ दिए गए।
कल दोपहर बाद से निगम का अमला अधिकारियों के साथ पीपली बाजार, गौराकुंड, मारोठिया, बर्तन बाजार, मारोठिया, राजबाड़ा (Rajbada), कृष्णपुरा (Krishnapura) से लेकर ग्वालटौली और मधुमिलन क्षेत्र में कार्रवाई के लिए पहुंचा। वहां कई दुकानों के आसपास बिना मास्क लगाए लोगों की भीड़ जमा थी। जिस पर अधिकारी वहां कार्रवाई के लिए जुट गए। जिनमें गणेश केप मार्ट से लेकर पोरवाल ड्रेसेस, मधुमिलन पर आटो पाटर््स की दुकानों पर अत्याधिक भीड़ जमा होने पर दुकानों में ताले लगा दिए गए। कई स्थानों पर निगम की टीम ने चेतावनी के साथ दुकानों को सील करने की कार्रवाई भी की। निगम के वाहनों से भी लगातार प्रचार कर सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाने की हिदायतें दी जा रही है मगर उसके बावजूद लोगों द्वारा नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। इसी के चलते हर रोज निगम का अमला बड़े पैमाने पर स्पॉट फाईन से लेकर दुकानों को सील करने की कार्रवाई कर रहा है।
बगैर मास्क दिखते ही लोगों पर स्पाट फाइन
नगर निगम की टीमें कई स्थानों पर स्पाट फाइन (Spot Fine) की कार्रवाई करने में जुटी रहती हैं। ऐसे में कई कर्मचारी ही बगैर मास्क (Without Mask) के कार्रवाई को अंजाम देते हैं, जिसके चलते चौराहों पर विवाद की नौबत आती है। इसी के चलते कल सभी टीमों के प्रभारियों और राजस्व विभाग के अफसरों को निर्देश दिए गए कि टीम में शामिल कर्मचारियों को सख्त हिदायत दें कि वे बगैर मास्क के कार्रवाई में शामिल न हों। अगर ऐसे मामले पकड़े जाते हैं तो संबंधित निगमकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
निगम की टीमें कई स्थानों पर स्पाट फाइन (Spot Fine) की कार्रवाई करती हैं तो कई बार निगमकर्मी ही बगैर मास्क के पीली जीप चलाते अथवा कार्रवाई को अंजाम देते नजर आते हैं। कल ऐसा ही एक मामला गणेश कैप मार्ट के सामने हुआ, जहां पीली जीप में सवार निगमकर्मी बगैर मास्क के बैठे हुए थे। इसकी शिकायत और फोटो आने के बाद अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लिया। सभी राजस्व अधिकारियों और चालानी कार्रवाई के प्रभारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि उनकी टीम में शामिल कर्मचारी बगैर मास्क अथवा कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते पाए गए तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, साथ ही संबंधितों को भी शोकाज नोटिस जारी होंगे। ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ निगम फाइन की कार्रवाई के बजाय विभागीय कार्रवाई करेगा। निगम की टीमें हर रोज शहर के अलग-अलग स्थानों पर तीन से चार हजार लोगों के स्पाट फाइन (Spot Fine) करने के साथ कई बड़े संस्थानों पर कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने पर दुकानें और संस्थान सील करने की कार्रवाई में जुटी हैं। कल भी करीब साढ़े चार हजार लोगों के स्पाट फाइन कर आठ लाख से अधिक का जुर्माना वसूला गया।