बड़ी खबर

लाल किला हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस की चार्जशीट पर कोर्ट ने लिया संज्ञान, 29 जून को पेश होंगे सभी आरोपी

नई दिल्‍ली। 26 जनवरी को लाल किले पर हुई हिंसा के मामले (Delhi Republic Day Violence Case) में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने गुरुवार को तीस हजारी कोर्ट में सप्लिमेंट्री चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें दिल्ली पुलिस की तरफ से कई और आरोपियों के नाम शामिल किए गए हैं। इस चार्जशीट पर तीस हजारी कोर्ट ने आज संज्ञान लिया है। कोर्ट ने लाल किले पर हुई हिंसा के मामले में आरोपी दीप सिद्धू समेत कई आरोपियों को समन जारी किया है और 29 जून को अदालत की कार्रवाई में पेश होने का आदेश दिया है। सभी आरोपियों की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की जाएगी।

दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच (Delhi Police Crime Branch) के सूत्रों की मानें तो कोर्ट में दायर चार्जशीट में जांच के दौरान कई बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है, जिसमें सबसे महत्वपूर्ण जानकारी ये मिली है कि किसान आंदोलन की आड़ में कुछ उग्र किसान नेताओं की ओर से लाल किला को कब्जे में लेकर वहां सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर जैसे प्रदर्शन स्थल बनाने की साजिश रची गई थी। इस मामले में कई दर्जन आरोपियों की गिरफ्तारी और उनके दर्ज बयानों, सबूतों के आधार पर इस चार्जशीट को तैयार किया गया है।

“हिंसा के लिए पहले से ही बनाया गया था प्लान”
इससे पहले, दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 22 मई को तीस हजारी कोर्ट में 3,224 पेज की चार्जशीट दायर कर आरोप लगाया था कि इस हिंसा के लिए पहले से ही प्लान बनाया गया था और ये पूर्व नियोजित थी। इस चार्जशीट में पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू (Deep Sidhu) समेत कुल 16 लोगों को आरोपी बनाया गया था। दीप सिद्धू, इकबाल सिंह और मोहिंदर सिंह खालसा समेत कुल 16 लोग इस मामले में मुख्य आरोपी बनाए गए हैं। इन सभी आरोपियों में से फिलहाल 13 लोग जमानत पर बाहर हैं। तीन आरोपी मनिंदर सिंह, खेमप्रीत सिंह और जबरजंग सिंह ही फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।

जबरदस्ती लाल किले में घुसे और हिंसा शुरू कर दी
चार्जशीट के मुताबिक, पुलिस ने किसानों को शांतिपूर्ण तरीके से ट्रैक्टर रैली करने की अनुमति दी थी, लेकिन ट्रैक्टरों के साथ ही मोटरसाइकिल पर सवार करीब 300 दंगाई भी लाल किले आए थे। इन लोगों ने ही लाल किले में जबरदस्ती घुसने की कोशिश की और ऐसा न होने पर हिंसा शुरू कर दी। इन लोगों ने पुलिसवालों और सिक्योरिटी गार्ड्स के साथ मारपीट की और अंदर घुसकर लाल किले पर कब्जा कर लिया। पुलिस ने स्पष्ट कहा है कि बिना किसी प्लानिंग के ऐसा कर पाना मुमकिन ही नहीं था। साजिश इतनी बड़ी थी कि कोई अंदाजा ही नहीं लगा पाया कि किसान रैली के आड़ में दंगा किया जाएगा।

44 FIR और 150 गिरफ्तारियां
दिल्‍ली पुलिस के मुताबिक, इस हिंसा में दिल्ली पुलिस समेत सुरक्षा एजेंसियों के करीब पांच सौ से ज्यादा जवान घायल हुए थे। इनमें से कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से भी घायल हुए थे। दंगाइयों ने जानबूझकर पुलिसवालों के खिलाफ भीड़ को उकसाया और उन पर धारदार हथियारों से हमला किया। इस केस में पुलिस ने अब तक 44 FIR दर्ज की हैं और 150 से ज्यादा गिरफ्तारियां भी की हैं। पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू के अलावा, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने वॉन्टेड मनिंदर सिंह को भी गिरफ्तार किया है, जिसे 26 जनवरी को हिंसा भड़कने पर दोनों हाथों से तलवारें लहराते देखा गया था। मनिंदर सिंह ने 4।3 फीट की जो दो तलवारें लहराई थी वे भी उसके स्वरूप नगर स्थित घर से बरामद कर लिया गया है।

Share:

Next Post

तेलंगाना में लॉकडाउन पूरी तरह से खत्म

Sat Jun 19 , 2021
कैबिनेट मीटिंग में ‘अनलॉक’ का फैसला हैदराबाद: कोरोना (Coronavirus) के घटते मामलों को बीच अब राहत मिलना शुरू हो गई है. धीमे-धीमे लागू सख्त पाबंदियों में ढील जाने लगी है. इसी क्रम में दक्षिण भारत के राज्य तेलंगाना में लॉकडाउन (Telangana Lockdown) पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है यानी अब तक लागू पाबंदियों […]