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Delhi Airport: तकनीक की मदद से संक्रमण रोकने की नई शुरुआत, बज उठेगा अलार्म, जानिए क्यों


नई दिल्ली । कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए दिल्ली एयरपोर्ट (Delhi Airport) लगातार अहतियात बरत रहा है. यहां दो दिन पहले ही कोरोना (COVID- 19) के नए स्ट्रेम की जांच के लिए पोर्टेबल मशीन लगाई गई है. इसके बाद अब यहां भीड़ को नियंत्रित रखने के लिए भी एक व्यवस्था बनाई गई है. एयरपोर्ट प्रशासन ने यहां ऐसे सेंसर लगाए हैं जो भीड़ बढ़ते ही अलार्म बजाने लगेंगे. इसके बाद वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी इसे नियंत्रित करने के लिए सक्रिय हो जाएंगे.

बताया गया है कि इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रय एयरपोर्ट (Indira Gandhi International Airport) पर सोशल डिस्टेंसिंग को पूरी तरह से मेंटेन रखने के लिए आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित व्यवस्था की गई है. दिल्ली एयरपोर्ट अधिकारियों से मिल रही जानकारी के अनुसार टर्मिनल-3 की छतों पर कुछ जगहों पर ऐसे सेंसर लगाए गए हैं जो कंट्रोल रूम को लोगों की संख्या का अलर्ट देते रहेंगे. जिस भी क्षेत्र में सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन होते दिखेगा तो वहीं का अलार्म बजने लगेगा.इसके बाद सुरक्षा अमला सतर्क होकर वहां व्यवस्था बनाने के प्रयास में जुट जाएगा.


ऐसे काम करता है अलार्म
यह प्रणाली व्यक्ति घनत्व सूचकांक के आधार पर काम करेगी. सूचकांक शून्य से पांच के स्केल पर तैयार किया गया है. सूचकांक एक से कम होने का मतलब है कि घनत्व कम है. यहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है. अधिकारी बताते हैं कि सूचकांक एक से दो के बीच होने का मतलब है कि उस क्षेत्र में भीड़ बढ़ रही है. सूचकांक दो से अधिक होने से पता चल जाएगा कि यहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा है। इसके बाद एजेंसियों को अलर्ट पहुंच जाता है.

एयरपोर्ट के अधिकारियों के अनुसार प्रवेश क्षेत्र, चेक इन, सुरक्षा जांच, इमिग्रेशन जैसे क्षेत्र में सेंसर लगाए गए हैं , जहां यात्रा से संबंधित प्रक्रियाएं पूरी होती हैं. यहां 516 सेंसर लगाए गए हैं जिनमें 16 सेंसर टर्मिनल के आठ प्रवेश द्वारों पर हैं. इससे यहां भीड़ पर नियंत्रण रखने में आसानी होगी. कोरोना जैसे संक्रमण को हम टेक्नोलॉजी की मदद से भी रोक पाएंगे.

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