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IND vs ENG: इंग्लैंड का खेल खत्म, टीम इंडिया ने 112 साल बाद किया ये काम; सीरीज 4-1 से जीती

डेस्क: रोहित शर्मा (Rohit Sharma) और शुभमन गिल के शतकों के बाद रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) की शानदार गेंदबाजी के दम पर भारत (India) ने पांचवें टेस्ट में इंग्लैंड (England) को हरा दिया. भारत ने धर्मशाला के एचपीसीए स्टेडियम (HPCA Stadium, Dharamshala) में खेले गए पांचवें और आखिरी टेस्ट मैच के तीसरे दिन शनिवार को ही इंग्लैंड को पारी और 64 रनों से हरा दिया. भारत ने इंग्लैंड को दूसरी पारी में 195 रनों पर ढेर कर दिया. इसी के साथ भारत ने ये सीरीज 4-1 से अपने नाम की.

धर्मशाला टेस्ट इस सीरीज का पहला मैच है जो तीन दिन में खत्म हुआ है. इससे पहले सभी चारों मैच चौथे दिन तक गए थे. टीम इंडिया की ये जीत काफी ऐतिहासिक है क्योंकि टेस्ट क्रिकेट में 112 साल बाद कोई टीम पहला टेस्ट मैच हारने के बाद पांच मैचों की टेस्ट सीरीज 4-1 की स्कोरलाइन से जीती है.

इंग्लैंड ने हैदराबाद में खेले गए पहले टेस्ट मैच में भारत को हरा दिया था. तब लगा था कि इंग्लैंड की टीम भारत को परेशानी में डाल सकती है. दूसरे मैच में भी कुछ ऐसा ही लगा लेकिन भारत ने ये मैच जीता. इसके बाद इंग्लैंड की टीम भारत को उस तरह की टक्कर नहीं दे सकी जिसकी उम्मीद की जा रही थी.

अश्विन का कमाल
मैच के तीसरे दिन टीम इंडिया ने अपने कल के स्कोर आठ विकेट के नुकसान पर 473 रनों से पारी शुरू की. भारतीय टीम अपने खाते में चार रन ही जोड़ सकी और ऑल आउट हो गई. कुलदीप यादव को आउट कर जेम्स एंडरसन ने टेस्ट में अपने 700 विकेट पूरे किए. इसके बाद शोएब बशीर ने जसप्रीत बुमराह को आउट कर भारतीय पारी का अंत कर दिया. भारत ने इंग्लैंड पर 259 रनों की बढ़त ले ली थी. ये बढ़त इंग्लैंड के लिए ज्यादा साबित हुई और उसे पारी से हार का सामना करना पड़ा.

पहली पारी में इंग्लैंड के चार विकेट लेने वाले अश्विन ने दूसरी पारी में पांच विकेट लिए और इसी के साथ वह भारत के लिए टेस्ट में सबसे ज्यादा बार फाइव विकेट हॉल लेने वाले गेंदबाज बन गए. उन्होंने इस मामले में अनिल कुंबले को पीछे छोड़ा. अश्विन ने 36वीं बार एक पारी में पांच विकेट लिए जबकि कुंबले ने 35 बार ये काम किया था.


रोहित की पीठ में जकड़न थी इसलिए वह मैदान पर नहीं उतरे. बुमराह ने उनकी जगह कप्तानी की और पहला ही ओवर अश्विन को दिया. अश्विन ने पहले ही ओवर में बेन डकेट को आउट कर दिया. वह दो रन बना पाए. इस ऑफ स्पिनर का अगला शिकार बने जैक क्रॉली जो बिना खाता खोले आउट हो गए. ऑली पोप को भी अश्विन ने अपना शिकार बनाया जो 19 रन बनाकर आउट हुए. इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स (2) भी अश्विन की फिरकी में फंस गए. विकेटकीपर बेन फोक्स (8) को आउट कर अश्विन ने अपने पांच विकेट पूरे किए.

रूट ने जमाए पैर
एक छोर से अश्विन विकेट ले रहे थे तो दूसरे छोर से इंग्लैंड की टीम के सबसे अच्छे बल्लेबाज जो रूट ने पैर जमा लिए थे. वह लगातार रन बना रहे थे. अश्विन के साथ अपना 100वां टेस्ट मैच खेल रहे जॉनी बेयरस्टो इस बार अच्छी पारी खेलते दिख रहे थे लेकिन एक बार फिर कुलदीप यादव की फिरकी उनके लिए अबूझ पहेली साबित हुई. कुलदीप ने उन्हें एलबीडब्ल्यू करा दिया. बेयरस्टो ने 31 गेंदों पर 39 रन बनाए. अपनी पारी में उन्होंने तीन चौके और इतने ही छक्के मारे.

बुमराह ने टॉम हार्टली और मार्क वुड को एक ही ओवर में आउट कर भारत को जीत के करीब पहुंचा दिया. रवींद्र जडेजा ने बशीर को बोल्ड कर इंग्लैंड को नौवां झटका दिया. रूट अपने शतक की तरफ जा रहे थे लेकिन उनके लिए ये राह आसान नहीं थी क्योंकि टीम के पास विकेट नहीं थे. ऐसे में रूट ने अटैक करना चाहा और कुलदीप की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने कोशिश में लॉन्ग पर लपके गए. उनका कैच बुमराह ने लपका. रूट ने 128 गेंदों पर 12 चौकों की मदद से 84 रन बनाए.

भारतीय टीम की तरफ से अश्विन ने 14 ओवरों में 77 रन देकर पांच विकेट लिए. बुमराह और कुलदीप यादव के हिस्से दो-दो विकेट आए. जडेजा के हिस्से एक विकेट आया. पहली पारी में कुलदीप ने पांच विकेट लिए थे. अश्विन के हिस्से चार विकेट आए थे. जडेजा को पहली पारी में भी एक विकेट मिला था.

शानदार बल्लेबाजी
इंग्लैंड की टीम पहली पारी में बड़ा स्कोर नहीं कर पाई. इसके बाद उसकी गेंदबाजी भी भारत की बल्लेबाजी के सामने कमजोर और अनुभवहीन दिखी. भारत के लिए शुभमन गिल ने 113, रोहित शर्मा ने 103 रन बनाए. वहीं तीन बल्लेबाजों ने अर्धशतक जमाया. यशस्वी जायसवाल ने 57 रनों की पारी खेली. पहला मैच खेल रहे देवदत्त पडिक्कल 65 रन बनाने में सफल रहे. सरफराज खान ने 56 रनों की पारी खेली.

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