- अनुराग जैन के साथ आशीष उपाध्याय और संजय बंदोपाध्याय का नाम भी चर्चा में
- वीरा राणा, मोहम्मद सुलेमान, विनोद कुमार तथा जेएन कंसोटिया की दावेदारी कमजोर
भोपाल। मप्र का अगला मुख्य सचिव कौन होगा इसको लेकर प्रदेश की राजनीतिक और प्रशासनिक वीथिका में कयासों का दौर तेज हो गया है। इसकी वजह यह है कि वर्तमान मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस दिसंबर में सेवानिवृत्त होने वाले हैं। उन्होंने सरकार से स्वास्थ्य कारणों के चलते सेवावृद्धि न करने को कहा है। ऐसे में अगले मुख्य सचिव के लिए 1988 बैच के संजय बंदोपाध्याय, वीरा राणा, 1989 बैच के अनुराग जैन, आशीष कुमार उपाध्याय, मोहम्मद सुलेमान, विनोद कुमार तथा जेएन कंसोटिया के नाम चर्चा में हैं। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार मप्र और केंद्र के महत्वपूर्ण विभागों में अपनी कर्तव्यनिष्ठा का लोहा मनवाने वाले 1989 बैच के आईएएस अधिकारी अनुराग जैन प्रदेश के नए मुख्य सचिव बन सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी अनुराग जैन के नाम पर लगभग सहमत हैं।
वर्तमान में केंद्र सरकार में उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवद्र्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के सचिव अनुराग जैन जिस विभाग में रहे हैं वहां उन्होंने अपने काम का लौहा मनवाया है। मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना से लेकिर प्रधानमंत्री जनधन खाता जैसी योजना को शुरू कराने में अनुराग जैन की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। मप्र में वित्त विभाग के साथ वे केंद्रीय वित्त मंत्रालय में ही वित्तीय सेवा विभाग के संयुक्त सचिव रहे हैं। उनके पास एमडी एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट बैंक, नेशनल हाउसिंग बैंक और नेशनल इंश्योरेंस कंपनी का भी प्रभार रहा है। वे वर्ष 2011 में प्रतिनियुक्ति पर गए थे, वे दिसंबर 2014 तक पदस्थ रहे हैं। अनुराग जैन शिवराज सरकार के पहले और दूसरे कार्यकाल में लगभग पांच साल तक सीएम के सचिव रहे हैं। इसलिए उन्हें मप्र के अगले मुख्य सचिव के लिए सबसे काबिल माना जा रहा है।
अगला सीएस दिल्ली से आने की संभावना
जैसे-जैस मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस के सेवानिवृत्त होने की तारीख नजदीक आती जा रही है वैसे-वैसे अगला सीएस बनने के लिए अफसरों की लॉबिंग तेज होती जा रही है। वैसे संभावना यह भी लगाई जा रही है कि अगला सीएस दिल्ली से ही आएगा, फिर भी सीनियरिटी के हिसाब से मप्र में पदस्थ 5 आईएएस दावेदार हैं। इनमें 1988 बैच की वीरा राणा भी शामिल हैं। वहीं 1989 बैच के मोहम्मद सुलेमान, विनोद कुमार तथा जेएन कंसोटिया का नाम है। 1990 बैच के दो अन्य आईएएस अफसर भी दौड़ में बताया जाते हैं। मुख्य सचिव के पद से इकबाल सिंह बैंस के सेवानिवृत्त होने से पहले दिल्ली में पदस्थ 1986 बैच के अनिल कुमार जैन अक्टूबर में सेवानिवृत्त हो जाएंगे। 1987 बैच के संजय कुमार सिंह 31 दिसंबर को और 1988 बैच के शैलेंद्र सिंह भी दिसंबर में सेवानिवृत्त होने वाले हैं। जबकि अजय तिर्की दिसंबर 2023 में और 1988 बैच के संजय बंदोपाध्याय अगस्त 2024 में सेवानिवृत्त होंगे। वहीं माशिमं की चेयरमैन आईएएस वीरा राणा 31 मार्च 2024 को सेवानिवृत्त होंगी। अटकलें यह भी लगाई जा रही है कि अगला मुख्य सचिव दिल्ली से आता है, तो 1988 बैच के संजय बंदोपाध्याय, 1989 बैच के अनुराग जैन और आशीष कुमार उपाध्याय में से ही कोई अगला सीएस बनेगा। वैसे 1989 बैच के राजीव रंजन भी दावेदार हैं और वे दिसंबर 2023 में सेवानिवृत्त होंगे।
अनुराग जैन मजबूत दावेदार
प्रदेश के 34 वें मुख्य सचिव के लिए अनुराग जैन की दावेदारी इस लिए भी मजबूत है कि सेवाकाल की दृष्टि से अनुराग जैन अगस्त 2025 तक पद पर रहेंगे। अनुराग जैन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के करीबी माने जाते हैं। उनके सचिव के रूप में भी उन्होंने काम किया है। इस नजरिए से यदि उन्हें मुख्य सचिव बनाया जाता है तो उन्हें काम करने का पर्याप्त समय मिलेगा, और इसी दौरान विधानसभा चुनाव संपन्न हो जाएंगे। वहीं वीरा राणा मार्च 24 तक सेवा में रहेंगी। नया मुख्य सचिव दिसंबर 22 में पदभार ग्रहण करेगा। इस दृष्टि से वीरा राणा एक उपयुक्त दावेदार हो सकती हैं। वैसे वीरा राणा का सेवाकाल साफ सुथरा और अच्छा रहा है।
अगले सीएस में हो बैंस की छाया
मंत्रालयीन सूत्रों का कहना है कि प्रदेश का अगला मुख्य सचिव वही अधिकारी बन सकता है जो वर्तमान मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस के सांचे में फिट बैठे। यानी वह अधिकारी कुशल प्रशासक के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तासीर का समझे। सूत्रों का कहना है कि अब तक जितने सीएस ने शिवराज के साथ काम किया है उनमें इकबाल सिंह बैंस सर्वश्रेष्ठ साबित हुए हैं। एक रिटायर्ड अफसर कहते हैं कि मुख्यमंत्री के रूप में शिवराज सिंह चौहान को 17 साल से अधिक समय हो गया है और वे इतने परिपक्व हो चुके हैं कि किसी के सिफारिश की उन्हें जरूरत नहीं पड़ेगी। इसलिए सीएम अगले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए ही मुख्य सचिव का फैसला करेंगे।