- चार साल बाद भी धरातल पर फेल जल आवर्धन योजना
नागदा। करोड़ों रुपए लगाने के बाद ना तीसरी मंजिल तक पानी पहुंचा पाए ना ही नागरिकों को मिनरल वाटर मुहैया करा पाए। नगर पालिका व ठेकेदार के मध्य हुए समझौते के मान से सितंबर 2018 मे जल आवर्धन योजना के तहत पाइप लाइन बिछाने का कार्य पूर्ण हो जाना था जो आज 4 वर्षों के बाद भी नहीं हो पाया। यह बात जिला कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष सुबोध स्वामी ने जल आवर्धन योजना के तहत ठेकेदार एवं नपा अधिकारियों की कार्यप्रणाली के चलते हो रही लेटलतीफी एवं टेस्टिंग के बहाने सड़कों पर बहाए जा रहे बेतहाशा व्यर्थ पानी पर आक्रोश जताते हुए मुख्य नगरपालिका अधिकारी श्री जाट से कही। श्री स्वामी ने कहा कि 2 माह पहले जब हम मुख्य नगरपालिका अधिकारी से मिले थे, तब उन्होंने 1 माह के समय सीमा में जल आवर्धन योजना का संपूर्ण कार्य कर पेयजल आपूर्ति कर दी जाने का आश्वासन दिया था 2 माह पश्चात आज फिर मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने 31 जनवरी 2022 तक नई लाइनों से पानी उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है।
जल आवर्धन योजना नगर को लोकार्पण के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भाजपा नेताओं व मंत्रियों द्वारा बड़ी-बड़ी बातें कही गई थी उनमें से एक भी वादा आज जमीनी धरातल पर सही होता नजर नहीं आ रहा और यही कारण है कि जल आवर्धन योजना के संदर्भ में भाजपाई नेता अपना मुंह छुपाते फिर रहे हैं। नए कनेक्शन के एवज में हजारों रुपए जमा कर चुके उपभोक्ता अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। नई पाइप लाइन की टेस्टिंग होने के पश्चात जिन उपभोक्ताओं के घरों में पानी नहीं आ रहा है नई लाइनों से उनके द्वारा लगातार ठेकेदार को फोन करके बताया जा रहा है कि उनके घर पानी नहीं आ रहा है लेकिन ठेकेदार उनके कनेक्शनों को दुरुस्त ही नहीं कर पा रहा और वहीं दूसरी ओर टेस्टिंग के बहाने लाखों गैलन पानी नालियों में रोज बहाया जा रहा। Share: