इंदौर। नगर निगम के चर्चित ठेकेदार ने जहर खाकर खुदकुशी कर ली। नगर निगम के विभिन्न वार्डों में चल रहे विकास कार्यों के दौरान ठेकेदार ने करोड़ों का काम किया था, लेकिन निगम की ओर से भुगतान नहीं हो पाया था। वह कर्मचारियों को भी पैसे नहीं बांट पा रहे थे। संभवत: इसी पीड़ा के चलते उन्होंने जान दी।
तुकोगंज थाना प्रभारी जितेंद्र यादव ने बताया कि रेसकोर्स रोड निवासी 65 वर्षीय अमरजीत उर्फ पप्पू पिता कल्याणसिंह भाटिया को कल शाम साढ़े पांच बजे घबराहट होने पर सीएचएल अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्हें उल्टियां हुईं। पुलिस को डाक्टरों ने बताया कि उन्होंने कुछ जहरीला पदार्थ पीया है। उपचार के दौरान रात एक बजे उनकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि उक्त ठेकेदार ने शहर के कई वार्डों में पार्षदों के कहने पर विकास कार्य करवाए। नगर निगम में पप्पू ठेकेदार के नाम से चर्चित उक्त शख्स को काफी पैसा निगम से लेना था, लेकिन लंबे समय से भुगतान नहीं हो पा रहा था और काम करने वाले लेबर और अन्य उनके घर पर तकादा कर रहे थे। पुलिस को आशंका है कि इसी के चलते उन्होंने आत्महत्या की। फिलहाल पुलिस कई बिंदुओं पर जांच कर रही है। पुलिस ने मर्ग कायम किया है। परिवार वाले फिलहाल किसी तरह की बात नहीं कर पा रहे हैं और न ही उनमें से किसी के बयान हुए हैं।
नगर निगम के अफसरों के एक आदेश पर मजदूरों की फौज इकट्ठी कर देते थे भाटिया
नगर निगम का कोई भी काम हो, ठेकेदार पप्पू भाटिया बखूबी उसे अंजाम देकर पूरा कराते थे। शहर में बाढ से बिगड़े हालात हो या कोई आपदा विपदा में हमेशा नगर निगम की हर परेशानी को दूर करने में जुटे रहते थे। हाल ही में हुए प्रवासी भारतीय सम्मेलन से लेकर इंदौर के हर झोन में उनके कार्य चलते रहते थे। पिछले कई महीनों से वे पेमेन्ट को लेकर भी खासे परेशान थे। इसको लेकर वे कुछ समय से डिप्रेशन में थे। परिवार वाले खुद इस घटना से हैरान है कि उन्होंने इतना बड़ा कदम क्यों उठा लिया। फिलहाल अभी तक मौके से किसी प्रकार का सुसाइड नोट नहीं मिला है और ना ही मोबाइल में कोई मैसेज मिले, जिससे मौत का स्पष्ट कारण साफ हो सके।