- बेरछा में किसान संगोष्ठी में बोले विशेषज्ञ
नागदा। मिलेट फॉर्मिंग को बढ़ावा देने के लिए शनिवार को ग्राम बेरछा में किसान संगोष्ठी आयोजित की गई। ग्रेसिम जनसेवा ट्रस्ट व बाएफ लाइवलीहुड्स मप्र द्वारा क्रियान्वित आरएसएडीपी परियोजना के तहत आयोजित इस संगोष्ठी में ग्रेसिम के सीएसआर हेड सतीश भुवीर प्रमुख रुप से शामिल हुए। संगोष्ठी में कृषि विज्ञान केंद्र उज्जैन के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. आर.पी. शर्मा ने क्षेत्र में उपयुक्त मिलेट फार्मिंग अंतर्गत आने वाले अनाज ज्वार, बाजरा, मेजर मिलेट, मक्का को उगाने के लिए किस्म, भूमि की तैयारी, बीज बुवाई, रोग निदान, उत्पादन, मार्केट रेट आदि पर विस्तृत जानकारी प्रदान की एवं इच्छुक किसानों से इसके प्रदर्शन के लिए प्लांट के लिए नाम आमंत्रित किए। संगोष्ठी में प्रमुख रुप से ग्रेसिम के सीएसआर प्रबंधक अरविंदसिंह सिकरवार, बाएफ लाइवलीहुड्स के रीजनल इंचार्ज जे.एल.पाटीदार, प्रोजेक्ट लीडर पी.के.कुशवाह, एफपीओ प्रबंधक महेश लोधी, टीम सदस्य नीरज सिलावट, जी.एस.यादव, जेएफपीसीएल अध्यक्ष विक्रमसिंह आंजना, उपाध्यक्ष शोभाराम गुर्जर, बीओडी गिरधारीलाल गरोडा आदि मौजूद थे।
बाएफ लाइवलीहुड्स के सीटीपीई डॉ. वी.के. सिंह ने वाड़ी प्रतिभागियों को पौधो के रख-रखाव, फसल बुवाई के समय रखी जाने वाली सावधानियों, अंतरवर्तीय फसल के रुप में अधिक मूल्य आधारित उगाई जाने वाली फसल जैसे पपीता, हल्दी, अदरक, लहसुन आदि सब्जियों के बारे में तकनीकी जानकारी प्रदान की। साथ ही उन्होंने वर्तमान में प्रचलित बीएनएच-11 नेपीचर हरा चारा लगाने के लिए प्रशिक्षण दिया। ताकि अधिक दुग्ध उत्पादन किया जा सकें एवं पशु को समय पर गाभिन के लिए तैयार किया जा सकें। स्टेट हेड पवन पाटीदार ने कहा कि क्षेत्र में नाबार्ड के अभिसरण गठित झांझाखेडी किसान उत्पादक कंपनी लिमिटेड को क्षेत्र के उत्थान के लिए कड़ी मेहनत की जरुरत हैं। सबसे पहले अधिक से अधिक शेयर होल्डर जोडऩे व उनका शेयर संग्रहित करना होगा। जिससे शासन स्तर से इकुटी ग्रांट का सहयोग प्राप्त किया जा सके।
नीबू व संतरे की वाड़ी का भ्रमण किया
संगोष्ठी से पहले सुबह वैज्ञानिक दल ने ग्राम नायन व बेरछा में नीबू व संतरे की वाड़ी प्रक्षेत्र का भ्रमण किया। इस दौरान टीम ने तकनीकी सुझाव प्रतिभागियों व परियोजना टीम को दिए। संगोष्ठी में 100 से अधिक किसानों ने भाग लिया।