भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

कंपनी के पूर्व कर्मचारियों ने 17 लाख का साबुन-सर्फ हड़पा

  • पुलिस ने अमानत में ख्यानत का प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच शुरु की

भोपाल। जिंकालाजिस्टिक साल्युशन कंपनी का 17 लाख रूपए का माल बीते दिनों एक ट्रक में लोड कर इंदौर के लिए रवाना किया। इसी कंपनी में कार्यरत रहे दो कर्मचारियों ने ट्रक को मिसरोद में रोका और एक स्थान पर माल खाली करा लिया। ट्रक ड्रायवर इस बात से अंजान था कि दोनों आरोपी अब कंपनी के कर्मचारी नहीं रहे। बाद में आरोपियों ने मांग की कि उनकी बकाया राशि का भुग्तान किया जाए नहीं तो माल वापस नहीं लौटाया जाएगा। जिसके बाद में कंपनी के एक कर्मचारी ने मामले की शिकायत मिसरोद थाने में की और पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों की गिरफ्तारी फिलहाल नहीं की जा सकी है। जल्द उन्हें दबोच लिया जाएगा।

मिसरोद थाना प्रभारी निरंजन शर्मा ने बताया कि अश्विनी कुमार विश्वकर्मा पुत्र शिवप्रसाद विश्वकर्मा (38) स्कीम नंबर 54 विजय नगर इंदौर में रहते हैं। वे जिंकालाजिस्टिक साल्युशन कंपनी में प्रिक्योरमेंट ऑफीसर के पद पर हैं। उनकी कंपनी देश भर में लाखों करोड़ो रुपए के ट्रांसपोर्टेशन का काम करती है तथा कंपनी का ज्यादतर काम ऑनलाइन ही होता है। उक्त कंपनी के लिए गत 11 जुलाई को एक ट्रक छिंदवाड़ा से इंदौर के लिए निकला था। ट्रक में करीब 17 लाख रुपए सर्फ वाशिंग पाउडर और साबुन लोड थे। ट्रक को इंदौर की यूनिलीवर कंपनी पहुंचना था लेकिन जब नियत तारीख को ट्रक वहां पर नहीं पहुंचा तो अश्विनी कुमार ने ट्रक की तलाश की। चूंकि ट्रक की लोकेशन ाी ऑनलाइन रहती थी इसलिए तुरंत ही पता चल गया कि ट्रक को भोपाल के मिसरोद थानांतर्गत श्रीराम नगर में रोका गया है। आगे की तस्दीक में पता चला कि ओम प्रकाश मिश्रा औश्र शोभित पोरवाल ने ट्रक के माल को यहां पर उतरवारा लिया। दोनों जिंकालाजिस्टक कंपनी के पूर्व अधिकारी हैं। कंपनी में काम करने के दौरान उन्हें भोपाल व आसपास से मिलने वाले काम का जिम्मा दिया गया था।

गड़बड़ी की शिकायत के बाद हटाए गए थे दोनों आरोपी
कुछ गड़बड़ी होने पर उन्हें कंपनी से निकाल दिया गया था। कंपनी में ट्रांसर्पोटेशन कैसे किया जाता है तथा ट्रक को ऑनलाइन कैसे ट्रैक किया जाता है इसकी पूरी जानकारी ओमप्रकाश और शोभित को थी। उन्होंने ट्रक के ड्राइवर आसिम से संपर्क किया तथा उसे भोपाल बुलवा लिया। यहां पर दोनों ने कहा कि कंपनी का कहना है कि ट्रक के माल को भोपाल में ही उतार लिया जाए। ड्राइवर को यह पता ही नहीं था कि दोनों अब कंपनी के कर्मचारी नहीं है इसलिए उसने वैसा ही किया जैसा दोनों ने कहा। इधर माल उतरवाने के बाद दोनों कंपनी पर दबाव डालने लगे कि पहले उनके पैसे का हिसाब-किताब पूरा करो तभी वे माल वापस करेंगे। कंपनी की ओर से इस मामले की शिकायत पुलिस को की गई थी। पुलिस ने जांच करने के बाद ओमप्रकाश मिश्रा तथा शोभित पोरवाल के खिलाफ अमानत में ख्यानत तथा आपराधिक साजिश रचने का प्रकरण दर्ज कर लिया है।

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