- चिकित्सकों की सलाह सोशल डिस्टेंस और मास्क से ही बचा जा सकता है
उज्जैन। पिछले लगभग 1 महीने से उज्जैन जिला कोरोना से पूरी तरह मुक्त चल रहा है लेकिन इंदौर सहित आसपास के 7 जिलों तक कोरोना की चौथी लहर पहुँच चुकी है। चिकित्सकों का कहना है कि शहर और जिले को चौथी लहर से बचाना है तो लोगों को अभी से मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंस रखना शुरु करना होगा। उल्लेखनीय है कि कोरोना की शुरुआत आज से दो साल पहले 23 मार्च 2020 से शुरु हुई थी। इसके बाद लगातार पहली, दूसरी तथा तीसरी लहर की चपेट में प्रदेश के अन्य जिलों की तरह उज्जैन जिले के लोग भी आए थे। तीसरी लहर के बाद पिछले महीने उज्जैन जिला पूरी तरह कोरोना से मुक्त हो पाया था। अभी भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा रोजाना लगभग 200 से 300 संदिग्ध मरीजों की कोरोना जाँच की जा रही है।
परंतु एक भी पॉजीटिव मरीज नहीं मिल रहा है। पिछले 1 महीने से उज्जैन जिला पूरी तरह कोरोना मुक्त चल रहा है। दूसरी ओर पड़ौसी शहर इंदौर और राजधानी भोपाल सहित कल शाम तक प्रदेश में एक ही दिन में 21 मरीज मिले हैं और पूरे प्रदेश का आंकड़ा 70 तक पहुँच गया है। इंदौर में कोरोना के एक्टिव मामले 24 तक पहुँच गए हैं। इसे लेकर जिला कोरोना नियंत्रण अधिकारी डॉ. एच.पी. सोनानिया ने बताया कि प्रदेश के अन्य जिलों की तरह यहाँ भी चौथी लहर शुरु हो सकती है। परंतु इससे बचने के सबसे आसान तरीके दो ही हैं। पहला यह कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाया जाए और सोशल डिस्टेंस बनाकर रखी जाए। Share: