- साइकिल से बारह ज्योतिर्लिंग का सफर
इंदौर। बिहार (Bihar) के गौरव भारद्वाज (Gaurav Bharadwaj) यूं तो 21 साल के हैं, लेकिन सोच बड़ी है। पर्यावरण (Environment) को स्वच्छ रखने के साथ ही लोगों की सेहत बनी रहे, इसलिए इस साल से साइकिल यात्रा शुरू की है। साइकिल से बारह ज्योतिर्लिंग के दर्शन करेंगे। केदारनाथ (Kedarnath) जा चुके हैं और कल शाम इंदौर (Indore) से गुजरकर उज्जैन (Ujjain) पहुंच गए। सोमवार को बाबा महाकाल (Lord Shiv) के दर्शन कर आशीर्वाद लेंगे। गौरव ने 20 सितंबर को बिहार के भागलपुर में नवगछिया से अपनी 1500 किलोमीटर की यात्रा शुरू की थी।
उज्जैन महाकाल के दर्शन के बाद गौरव आगे बढ़ेंगे और शिर्डी भी जाएंगे। कल सुबह इंदौर पहुंचे गौरव ने राजबाड़ा (Rajwada)) पहुंचकर देवी अहिल्या का आशीर्वाद भी लिया। गौरव ने इस साल ही इस सफर की शुरुआत की है। सबसे पहला सफर कोलकाता से केदारनाथ (Kedarnath) का 1898 किलोमाटर का था, जो साइकिल से 21 जून को शुरू होकर 24 दिन में 14 जुलाई को पूरा हुआ। इसके बाद नवगछिया से नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर के लिए 17 अगस्त को यात्रा शुरू की, जो 500 किलोमीटर की थी (नेपाल के नक्शे के मुताबिक करीब 1600 किलोमीटर)। तीसरी यात्रा उज्जैन महाकाल के लिए की, जो 1500 किलोमीटर की रही और 12 दिन में पूरी हुई। 12 ज्योतिर्लिंग साइकिल से जाने का ठान चुके गौरव ने इस यात्रा के खत्म होने की कोई तारीख तय नहीं की है। गौरव ने अपनी इस यात्रा को बाबा का सफर…नाम दिया है, जो बाबा महाकाल की इच्छा के मुताबिक ही वो पूरा करेंगे।
यू-ट्यूबर हैं गौरव
कोलकाता (Kolkata) से बीकॉम ऑनर्स (B.com Hons) की पढ़ाई पूरी कर चुके गौरव एक यू-ट्यूबर (Youtuber) हैं और युवाओं को पर्यावरण के लिए जागरूक करने का काम कर रहे हैं। गौरव का मानना है कि आज का युवा जो करता है, वही फैशन बन जाता है, इसलिए मैंने साइकिल से बारह ज्योतिर्लिंग के सफर की ठानी है। हजारों किलोमीटर का सफर साइकिल से करने की शक्ति कहां से आती है, सवाल के जवाब में गौरव अपने दादा पंडित जगदीशप्रसाद शर्मा (महाराजजी) का नाम लेते हैं। इतने लंबे सफर में दो दिन में एक बार आगे बढऩे से पहले किसी अच्छी जगह रुककर भरपूर नींद लेते हैं, ताकि आगे के सफर के लिए आसानी हो।