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इजरायली सेना के निशाने पर गाजा के अस्पताल, नीचे टैंक से बरस रहे गोले, ऊपर से मिसाइल

नई दिल्‍ली (New Delhi) । इजरायल-हमास युद्ध (Israel-Hamas war) का आज 46वां दिन है। इजरायली सेना (israeli army) हमास के खात्मे के लिए गाजा पट्टी (Gaza Strip) के अस्पतालों पर अपने ऑपरेशन को फोकस किए हुए है। रविवार को गाजा के सबसे बड़े अस्पताल अल-शिफा को इजरायली सैनिकों ने निशाना बनाया। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने गाजा के इस सबसे बड़े अस्पताल को ‘मृत क्षेत्र’ घोषित कर दिया। इसके बाद सोमवार को IDF ने पट्टी के एक और अस्पताल पर मिसाइल से हमला किया, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और कम से कम 12 लोग जख्मी हो गए।

उत्तरी गाजा में एक इंडोनेशियाई अस्पताल में भी लड़ाई जारी है, जहां हजारों मरीज और विस्थापित लोग हफ्तों से शरण लिए हुए हैं। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इन हमलों में एक गोला अस्पताल की दूसरी मंजिल पर गिरा, जिससे कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई। समाचार एजेंसी AP से इंडोनेशियाई अस्पताल के चिकित्सा कर्मचारी मारवान अब्दुल्ला ने कहा कि इजरायली टैंक अस्पताल से 200 मीटर से भी कम दूरी पर चल रहे थे, और इजरायली स्नाइपर्स को आसपास की इमारतों की छतों पर देखा जा सकता था।

एपी की रिपोर्ट के अनुसार, जैसे ही वह फोन पर बात कर रहे थे, पृष्ठभूमि में गोलियों की आवाज सुनी जा सकती थी। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-किद्रा ने कहा कि करीब 600 मरीज, 200 स्वास्थ्यकर्मी और 2,000 विस्थापित लोग अस्पताल में शरण लिए हुए हैं। गाजा के अस्पतालों की दुर्दशा फिलिस्तीनी नागरिकों पर युद्ध की क्रूर मार को दर्शाता है, जिनमें हजारों लोग मारे गए हैं और करोड़ों की संपत्ति मलबे में दफन हो चुकी है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर अस्पतालों पर इजरायल क्यों हमले कर रहा है?


अल-शिफा अस्पताल के नीचे सुरंग, कमांड हब:
इजरायल ने कहा है कि हमास नागरिकों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करता रहा है। उसके दावों की हकीकत इस बात से साफ होती है कि हमास ने अल-शिफा अस्पताल के 20 एकड़ परिसर के अंदर और नीचे एक विशाल कमांड पोस्ट बना रखा था, जिसमें कई इमारतें शामिल हैं। इजरायली फौज ने 15 नवंबर को अस्पताल में प्रवेश करने से पहले कई दिनों तक अस्पताल के गेट के बाहर हमास आतंकियों से लड़ाई की।

अस्पताल के नीचे की सुरंग में छिपा हमास सरगना: इस ऑपरेशन के कुछ दिनों बाद, इजरायली सेना ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें अस्पताल के नीचे 55 मीटर लंबी और जमीन से लगभग 10 मीटर नीचे एक सुरंग दिखाया गया था। सुरंग में छिपे बंदूकधारियों के लिए गोलीबारी करने के लिए एक छेद भी बना हुआ था और उसके दरवाजे ब्लास्ट-प्रूफ थे। माना जाता है कि गाजा में हमास का नेता और इजरायल पर हमले का आरोपी टॉप सरगना याह्या सिनवार इन्हीं सुरंगों में छोटे हिटलर की तरह छिपा हुआ है, जैसा कि प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हाल ही में कहा था।

अस्पताल लैब में हथियारों का जखीरा
IDF ने गाजा के अल-कुद्स अस्पताल के अंदर हमास आतंकियों द्वारा रखे गए हथियारों की भी खोज की और उसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर जारी है। आईडीएफ द्वारा प्रकाशित छवियों के एक अन्य सेट में रान्तिसी अस्पताल के अंदर भी सुरंग दिखाया गया है। आईडीएफ द्वारा जारी किए गए एक अन्य फुटेज में अस्पताल के मैदान के भीतर इमारतों के बीच नई खुली सुरंग भी दिखाई गई है। सेना ने कई बंदूकों की तस्वीरें भी जारी कीं, जिनके बारे में कहा गया कि वे एमआरआई प्रयोगशाला के अंदर पाई गईं और कहा कि परिसर के पास दो बंधकों के शव पाए गए। हालाँकि, इज़रायल के दावों को हमास और अस्पताल अधिकारियों ने स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया है।

अल-शिफ़ा डॉक्टर द्वारा इज़रायल के दावे का समर्थन
टाइम्स ऑफ इज़राइल की एक रिपोर्ट के अनुसार, एक ब्रिटिश डॉक्टर जो अल-शिफ़ा अस्पताल में काम करता था, ने पुष्टि की है कि अस्पताल के अंदर कुछ ऐसे क्षेत्र थे, जहाँ वह नहीं जा सकता था, अन्यथा उसे गोली मार दी जाती। डॉक्टर ने एपी से कहा, “जब मुझसे पहली बार पूछा गया था वहां (शिफा में) काम करने के लिए, तब मुझे बताया गया था कि अस्पताल का एक हिस्सा है, जिसके पास मुझे नहीं जाना है, और अगर मैं वहां जाता, तो मुझे गोली लगने का खतरा होता।”

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