- आदेश जारी, अब किसानों के सामने एक बड़ी समस्या
भोपाल। किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए सरकार ने किसान सम्मान निधि की शुरुआत की थी, जिसके तहत किसानों को 2-2 हजार रुपए कर एक साल में 6 हजार रुपए दिए जा रहे हैं, अब किसानों के सामने एक बड़ी समस्या आ गई है, क्योंकि इस योजना के तहत सम्मान निधि देने के बाद सरकार ने प्रदेश के हजारों किसानों को सम्मान निधि लौटाने के निर्देश दे दिए हैं। जिन किसानों से ये राशि वसूलनी है, वे किसान इस योजना के तहत अपात्र पाए गए हैं।
प्रदेश में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि लेने वाले किसानों के लिए नई मुसीबत सामने आ गई है। इन किसानों से सम्मान निधि वसूलने का फरमान सरकार ने जारी कर दिया है। दरअसल यह किसान पीएम सम्मान निधि के नियमों के तहत अपात्र पाए गए हैं लिहाजा अब इनसे एकमुश्त राशि वसूलने के लिए तकादा किया जा रहा है। बड़ी बात यह है कि चुनावी वर्ष होने के बावजूद किसानों से राशि वसूलने का कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता में करने के निर्देश तहसीलदार को दिए हैं।
केंद्र सरकार ने किसानों को आर्थिक मदद देने के लिए पीएम किसान सम्मान निधि योजना शुरू की थी। इसमें किसानों को 6 हजार रुपए सालाना दिया जाना है। योजना के प्रारंभ में बड़ी संख्या में किसानों को जोड़ लिया गया और उन्हें राशि का देना शुरू कर दिया गया। बाद में पता चला कि योजना का फायदा उन किसानों को भी मिल रहा है, जो पात्र नहीं है। लिहाजा पिछले साल सरकार की ओर से ऐसे किसानों की सूची बनाई गई।
आयकर दाता व सरकारी कर्मचारी किसान
पीएम किसान निधि योजना में सरकारी कर्मचारी और आयकर दाता को भी सम्मान निधि की राशि दी गई है। ऐसे में सरकार किसानों के साथ इन दोनों तरह के किसानों पर वसूली में जोर लगा रही है।