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ऑस्कर के लिए नॉमिनेट हुई गुजराती फिल्म ‘छेल्लो शो’, द कश्मीर फाइल्स और RRR को पछाड़ा

नई दिल्‍ली। गुजराती फिल्म ‘छेल्लो शो’ ( Chhello Show) 95वें अकादमी पुरस्कारों यानी ऑस्कर 2023 के लिए बेस्ट फॉरेन फिल्म की कैटिगरी के लिए भारत (India) की ओर से आधिकारिक रूप से नॉमिनेट की गई है। डायरेक्टर पी नलिन (Director p nalin) की इंटरनेशनल फिल्म ‘छेल्लो शो’ का अंग्रेजी नाम ‘लास्ट फिल्म शो’ है और यह 14 अक्टूबर को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज होगी। फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (एफएफआई) के अध्यक्ष टी. पी. अग्रवाल ने बताया कि ‘छेल्लो शो’ को एसएस राजामौली (SS Rajamouli) की ‘आरआरआर’, रणबीर कपूर की हाल में रिलीज हुई फिल्म ‘ब्रह्मास्त्र:(‘Brahmastra) पार्ट वन शिवा’, विवेक अग्निहोत्री(Vivek Agnihotri) की ‘द कश्मीर फाइल्स’ और आर. माधवन के निर्देशन में बनी ‘रॉकेट्री’ जैसी फिल्मों पर तरजीह दी गई और इसे सर्वसम्मति से चुना गया।

अग्रवाल ने बताया कि 17 सदस्यीय जूरी ने सर्वसम्मति से ‘छेल्लो शो’ को चुना। हिंदी की छह फिल्मों समेत विभिन्न भाषाओं की कुल 13 फिल्में ऑस्कर (Oscar) के लिए नॉमिनेट होने की रेस में शामिल थीं। हिंदी में ब्रह्मास्त्र, द कश्मीर फाइल्स, अनेक, झुंड, बधाई दो और रॉकेट्री शामिल थीं। स्थानीय भाषाओं में तमिल फिल्म इराविन निजल, तेलुगू में आरआरआर, बांग्ला में अपराजितो और गुजराती(Aparajito and Gujarati) में छेल्लो शो शामिल थीं। ‘संसार’, ‘वैली ऑफ फ्लॉवर्स’ और ‘एंग्री इंडियन गॉडेस’ जैसी फिल्मों के लिए चर्चित नलिन ने एफएफआई और जूरी के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा,”मैंने कभी नहीं सोचा था कि ऐसा दिन आएगा। छेल्लो शो को दुनिया भर से प्रशंसा मिल रही है। धन्यवाद एफएफआई, धन्यवाद निर्णायक मंडल।”



ऑस्कर पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय फीचर फिल्म (International feature film) की श्रेणी में भारत के प्रतिनिधित्व के लिए चुनी गई छेल्लो शो के निर्माता सिद्धार्थ रॉय कपूर हैं और इसका निर्माण रॉय कपूर फिल्म, जुगाड़ मोशन पिक्चर्स, मॉनसून फिल्म्स, छेल्लो शो एलएलपी और मार्क ड्वेल ने किया है। फिल्म में भाविन रबरी, भावेश श्रीमाली, ऋचा मीना, दीपेन रावल और परेश मेहता (Deene Rawal and Paresh Mehta) ने अभिनय किया है। पिछले साल जून में ‘ट्रिबेका फिल्म महोत्सव’ में उद्घाटन फिल्म के रूप में इसका वर्ल्ड प्रीमियर हुआ था। यह फिल्म नलिन की खुद की यादों से प्रेरित है, जिन्हें गुजरात के ग्रामीण इलाकों में बचपन में ही फिल्मों से प्यार हो गया था।

सौराष्ट्र के एक सुदूर गांव पर आधारित इस फिल्म में नौ साल के एक लड़के की कहानी को दिखाया गया है, जो एक बार एक सिनेमाघर में फिल्म देखने जाता है और फिर जीवनभर के लिए सिनेमा के प्यार में पड़ जाता है। फिल्म की शूटिंग मार्च 2020 में पूरी हुई थी, जिसके ठीक बाद देशभर में लॉकडाउन लगा था। फिल्म के पोस्ट-प्रॉडक्शन का काम कोरोना महामारी के दौरान पूरा किया गया था। यह फिल्म महोत्सवों में प्रीमियर के दौरान कई पुरस्कार जीत चुकी है। फिल्म ने स्पेन में 66वें ‘वलाडोलिड फिल्म महोत्सव’ में ‘गोल्डन स्पाइक’ पुरस्कार भी जीता था।

पिछले साल फिल्मकार विनोदराज पी.एस. द्वारा निर्देशित तमिल फिल्म “कूझंगल” को भारत की ओर से आधिकारिक रूप से ऑस्कर पुरस्कारों के लिए भेजा गया था, लेकिन इस फिल्म का चयन नहीं किया गया। ऑस्कर पुरस्कारों में आखिरी बार 2001 में आमिर खान की फिल्म ‘लगान’ ने अंतिम पांच में जगह बनाई थी। अंतिम पांच में जगह बनाने वाली दो अन्य भारतीय फिल्में ‘मदर इंडिया'(1958) और ‘सलाम बॉम्बे’ (1989) हैं। 95वां अकादमी पुरस्कार समारोह 12 मार्च 2023 को होगा।

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