नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व नेता हार्दिक पटेल (Hardik Patel) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल होने को लेकर हाल ही में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने सभी अटकलों का खंडन करते हुए कहा कि वे सोमवार को भाजपा में शामिल नहीं होने जा रहे हैं। पटेल (Hardik Patel) ने रविवार कहा कि मैं कल भाजपा में शामिल नहीं हो रहा हूं..अगर ऐसा कुछ होता है तो मैं आपको बता दूंगा।
बता दें कि हार्दिक पटेल Hardik Patel ने 18 मई को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। चुनाव से पहले उनका यह कदम कांग्रेस के लिए यह बड़ा झटका माना जा रहा है। कांग्रेस छोड़ने से पहले हार्दिक ने पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को एक पत्र लिखा था।
हालांकि कांग्रेस के पूर्व नेता हार्दिक पटेल Hardik Patel आज भाजपा में शामिल नहीं होंगे। पटेल ने कहा कि सोमवार को मैं भाजपा में शामिल नहीं होने जा रहा हूं… अगर ऐसा कुछ होता है तो आपको बता दूंगा। लंबे समय से कांग्रेस के खिलाफ नाराजगी जाहिर कर रहे पाटीदार नेता ने ट्विटर पर इस्तीफे का ऐलान किया था। उन्होंने पंजाब में गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या को लेकर आप पर निशाना भी साधा।
मायावती ने साधा एक तीर से दो निशाने
दूसरी तरफ राज्यसभा सदस्यों का कार्यकाल भी खत्म हो रहा ऐसे में सभी पार्टी अपने अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर रही है। ए तरफ जहां भाजपा और कांग्रेस अपने उम्मीदवार मैदान में उतार रही तो दूसरी ओर बहुजन समाज पार्टी रामपुर सीट पर उम्मीदवार नहीं उतारेगी। मायावती ने ऐसा करके एक तीर से दो निशाना साधा है। पहला मोहम्मद आजम खान और दूसरा मुस्लिमों में यह संदेश जाएगा कि बसपा ही उनकी हितैषी है।
बता दें कि कांग्रेस ने राज्यसभा के लिए 10 जून को होने वाले चुनाव के लिए रविवार को 10 उम्मीदवारों की घोषणा की, जिसमें केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम, जयराम रमेश और अजय माकन के साथ ही पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला शामिल हैं। चिदंबरम को तमिलनाडु, रमेश को कर्नाटक, माकन को हरियाणा और सुरजेवाला को राजस्थान से उम्मीदवार बनाया गया है, जबकि मुकुल वासनिक और प्रमोद तिवारी को राजस्थान से, विवेक तन्खा को मध्य प्रदेश, राजीव शुक्ला और रणजीत रंजन को छत्तीसगढ़ तथा इमरान प्रतापगढ़ी को महाराष्ट्र से उम्मीदवार बनाया है। अगले दो महीनों में राज्यसभा में 55 सीट रिक्त हो रही हैं। सात कांग्रेस सदस्य चिदंबरम (महाराष्ट्र), रमेश (कर्नाटक), अंबिका सोनी (पंजाब), विवेक तन्खा (मध्य प्रदेश), प्रदीप टम्टा (उत्तराखंड), कपिल सिब्बल (उत्तर प्रदेश) और छाया वर्मा (छत्तीसगढ़) अपने कार्यकाल पूरे करेंगे।
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