इंदौर। ग्रामीण क्षेत्रों (Rural areas) में स्वास्थ्य विभाग (Health Department) के नियम-कानून की धज्जियां उड़ाते हुए बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे अस्पतालों (Hospitals) पर शिकंजा कसा जा रहा है। जांच के बाद प्रशासन की टीम ने एक अस्पताल को सील कर दिया है, वहीं एक और अस्पताल (hospital) को आज दोपहर में सील किया जाएगा। सांवेर के तहसीलदार ने बताया कि चंद्रावतीगंज में धर्माट रोड पर स्थित न्यू इमरजेंसी अस्पताल (New Emergency Hospital) है, जहां कोरोना मरीजों का भी इलाज किया जा रहा था। यहां तक कि पड़ोस में जूते-चप्पल की दुकान में भी मरीजों के बेड लगाए गए। हालांकि जांच में कोई पेशेंट तो नहीं मिला, लेकिन तीन बेड जरूर मिले। इसके अलावा भी कई गड़बड़ी मिलीं। अस्पताल (hospital) को यूपी के रहने वाले एक झोलाछाप डॉक्टर द्वारा चलाया जा रहा है। इसी का सांवेर में भी राज हॉस्पिटल ( Raj Hospital) है, जहां जांच के लिए टीम पहुंची थी, लेकिन दो मरीज सीरियस हालत में भर्ती थे, इसीलिए टीम जांच कर लौट आई। आज दोपहर में फिर से प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम जाएगी और सीरियस मरीजों को दूसरे अस्पताल में भर्ती कराकर इसे सील किया जाएगा।
दूसरे अस्पतालों की जांच-पड़ताल होगी
एसडीएम रवीश श्रीवास्तव ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों (Rural areas) में जितने भी अस्पताल (hospital) हैं, उनकी जांच-पड़ताल की जाएगी। जांच में अगर रजिस्ट्रेशन या अन्य दस्तावेजों में गड़बड़ी मिली तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर को भी निर्देश दे दिए गए हैं। कल से टीम गांव-गांव में जाकर अस्पतालों (Hospitals) की जांच-पड़ताल करेगी।