राम का मंदिर बनवाया तो रावण का अहंकार क्यों अपनाया… एक नहीं अनेक सवालों से घिरी सरकार दिल्ली में पोस्टर लगाकर विरोध जताने वालों को जेल में डाल रही है तो पराजय की खीझ निकालते हुए ममता के मंत्रियों को जेल भिजवा रही है… जिस नारदा प्रकरण में नेता गिरफ्तार किए जा रहे हैं उसी प्रकरण में शामिल भाजपा के नेता मुकुन्द राय से लेकर शुभेन्दु अधिकारी बचाए जा रहे हैं… कोरोना की मौतों के सवालों से सुलगे देश में प्रतिशोध के नए-नए शोध किए जा रहे हैं… पर मोदीजी समझ नहीं पा रहे हैं कि वो अपने ही चहेतों के मन में डर बनके समा रहे हैं… जिन्होंने दिल खोलकर अपनी चाहते सौंपीं उनके मन में आक्रोश की ज्वाला भडक़ा रहे हैं… जो सरकार की तारीफें करते-करते नहीं थकते उनके मुंह पर ताला लगा रहे हैं… दिन-रात मोदी पुराण गाने वालों तक के प्राण जा रहे हैं… लोग इधर से बचे तो उधर फंसते नजर आ रहे हंै… कोरोना की कराह मिटी नहीं कि ब्लैक फंगस के शिकार बनकर दवाइयों के लिए कराह रहे हैं और आप ममता से लेकर विरोधियों को सबक सिखाने में वक्त गंवा रहे हैं… पता नहीं क्यों आप अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मार रहे हैं… दिल्ली में 5-25 पोस्टर लग भी जाते तो क्या हो जाता… आलोचनाओं का अधिकार जिस लोकतंत्र की आत्मा है, उसे ही आप रौंद डालोगे…आपके खिलाफ जो आवाज उठाए उसे जेल में डालोगे… जनता की चुनी सरकार से बदला लेने पर उतर आओगे… अपनों को बचाओगे और विरोधियों पर कानून की ताकत आजमाओगे तो अहंकार का यह विकार उन आस्थाओं को तबाह कर देगा, जिसकी बुनियाद पर आपने एकतरफा सत्ता पाई है… लोकतंत्र जिंदाबाद के नारों से जिंदा नहीं रहता… मुर्दाबाद की गूंजती चीखों को सुनने की हिम्मत जुटाइए… प्रतिशोध नहीं जनता के लिए प्रतिबद्धता अपनाइए… जिम्मेदारियों से जी न चुराइए…अपनी लडख़ड़ाती लोकप्रियता को ढहने से बचाएं और इतना समझ जाएं कि झूठी तारीफें तबाही का कारण बनती हैं… कद की ऊंचाई तो निंदकों से ही बनती है… इसलिए निंदक नियरे राखिये… भटेत दूर भगाइए…
Share:Next Post
रूस में जाकर लगवा सकते हैं स्पूतनिक-V, ये टूर कंपनी दे रही 1.3 लाख रुपये में 24 दिनों का पैकेज
Related Articles
बला टली है, पर आने वाले दिनों के लिए सर पर खड़ी है
यह तो चमत्कार हो गया… एक दिन पहले निगम ने दोगुने कर का ऐलान सुनाया… जलकर से लेकर कचरा संग्रहण तक का टैक्स डबल करवाया… भोपालियों ने सम्पत्ति कर को गाइड लाइन से जोडऩे और मनमाना कर वसूलने का फरमान सुनाया और चंद घंटों में ही भाजपाइयों में जनता के दर्द का एहसास नजर आया… […]
पिंजरे के पंछी रे… तेरा दरद न जाने कोय…
पिंजरे के पंछी रे… तेरा दरद न जाने कोय… बुरा तुम देखो… बुरा तुम सुनो… पर बुरा मत कहो… छोटा सा ही तो परिवर्तन है… गांधी के तीन बंदरों को सिखाई सीख में… अब सुनना भी पड़ेगा… सहना भी पड़ेगा… पर खामोश रहना पड़ेगा… ऐसे ही खामोशी की घुटन ज्वालामुखी बनाती है और जब फूटने […]
उनके प्राणों का प्रमाण है अग्निबाण…
41वां पुण्य स्मरण दिवस… कहने को सालों बीत गए… लेकिन आपकी यादों को… आपके संघर्ष को, आपके समर्पण और त्याग को भूलने वाला एक लम्हा भी नहीं गुजर पाया… आप हमारे जीवन की शैली में शामिल हैं… आप हमारे जीवन की प्रेरणा का वो हर पल हैं जो हमारे उत्साह को कभी बोझिल नहीं होने […]