उज्‍जैन न्यूज़ (Ujjain News)

यदि आग और भभकती तो कई लोगों की मौत हो जाती गर्भ गृह में

  • आईजी ने कहा मंदिर की व्यवस्था में होंगे परिवर्तन-आरती के दौरान गर्भ गृह में जो पंडे पुजारी रहेंगे उनकी नाम सहित सूची का रिकार्ड रहेगा
  • शाम को सार्वजनिक होगी रिपोर्ट-सामग्री अंदर कैसे गई इसका भी खुलासा

उज्जैन। होली के दिन महाकाल मंदिर के गर्भ गृह में यदि आग कुछ देर और जलती रहती तो कई लोगों की मौत हो सकती थी..यह बात जाँच रिपोर्ट में कही गई है। शाम तक यह जाँच रिपोर्ट आ जाएगी। धुलेंडी के दिन महाकाल मंदिर के गर्भ गृह में करीब 15 सेकंड तक आग लग गई थी। इस आग में गर्भ गृह में मौजूद पंडित, पुजारी और सेवक झुलस गए थे। इनमें से दो की हालत अभी भी खराब है, जिनका इलाज इंदौर में चल रहा है। इस मामले में मुख्यमंत्री से लेकर केंद्रीय गृहमंत्री और प्रधानमंत्री तक मामला पहुँचा था और दोनों ने इस घटना पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से बातचीत की थी।


इस अग्निकांड की मजिस्ट्रेट जाँच के आदेश कलेक्टर ने दिए थे और तीन दिन में रिपोर्ट सौंपने को कहा था। इस कमेटी में जिला पंचायत सीईओ मृणाल मीणा, एडीएम अनुकूल जैन तथा एडिशनल एसपी जयंत राठौर एवं नागपुर से आए फायर एक्सपर्ट शामिल थे। अधिकारियों ने पिछले तीन दिनों में उस दिन भस्म आरती में शामिल पुजारी-पुरोहित जो अस्पताल में भर्ती नहीं हैं उन सभी के बयान लिए। इसके अलावा उस समय भस्म आरती की ड्यूटी में तैनात महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के निरीक्षक, पुलिसकर्मी तथा मंदिर के सभी द्वारों पर तैनात निजी सुरक्षा एजेंसी के सुरक्षा कर्मियों के बयान दर्ज किए हैं। इसमें इन सभी से यह पूछा गया है कि इतना गुलाल और स्प्रे गन मंदिर में कैसे पहुँची, जबकि मंदिर प्रशासक ने 19 मार्च को आदेश निकाला था कि मंदिर प्रांगण में केमिकल गुलाल एवं स्प्रे गन प्रतिबंधित हैं। इसके बावजूद इतनी मात्रा में यह सब गर्भ गृह तक कैसे पहुँचा इन सब बातों को लेकर सवाल किए गए, वहीं गर्भ गृह में किसने गुलाल उड़ाया जिससे आग लगी। सीसीटीवी फुटेज से उन्हें भी चिन्हित किया जा रहा है। इन सभी बिंदुओं पर अधिकारियों ने पूरी बातचीत कर ली है और लिखित रिपोर्ट भी तैयार की है। माना जा रहा है कि दोपहर में यह रिपोर्ट कलेक्टर को सौंप दी जाएगी। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया रिपोर्ट आने के बाद पूरी रिपोर्ट को मीडिया के समक्ष सार्वजनिक किया जाएगा और जो भी इसमें दोषी होंगे उन सभी पर कार्रवाई की जाएगी। आईजी संतोष कुमार सिंह ने अनौपचारिक चर्चा में कहा कि रिपोर्ट आने के बाद मंदिर की दर्शन व्यवस्था, गर्भगृह में आरती के समय कितने पंडे पुजारी मौजूद रहेंगे और पुजारी के प्रतिनिधि के नाम तथा पते और उनका पूरा रिकॉर्ड लिया जाएगा। इसके अलावा बहुत सारे परिवर्तन जांच रिपोर्ट आने के बाद किए जाएंगे।

Share:

Next Post

बोर्ड परीक्षा के कापी जाँचने वाले 500 शिक्षकों को 1 साल से नहीं दिया मानदेय

Thu Mar 28 , 2024
उज्जैन। जिले में बोर्ड पैटर्न पर आधारित पांचवीं-आठवीं की परीक्षाओं के बाद उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य चल रहा है। उज्जैन जिले में कुल 14 मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं। यहां 500 से अधिक शिक्षक मूल्यांकन का कार्य कर रहे हैं, लेकिन वे नाराज हैं, क्योंकि उन्हें पिछले साल का भी मूल्यांकन मानदेय नहीं दिया […]