नई दिल्ली। क्या सच में कोरोना की तीसरी लहर आएगी? यह अभी भी एक सवाल ही बना हुआ है, लेकिन कई विशेषज्ञों का तो यही मानना है। हालांकि कुछ विशेषज्ञों का ये जरूर कहना है कि अगर सावधानी बरती जाए, तो तीसरी लहर को आने से रोका जा सकता है। एक सवाल यह भी आजकल खूब उठ रहा है कि तीसरी लहर बच्चों के लिए खतरनाक होगी।
हालांकि दिल्ली स्थित एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने हाल ही में कहा था कि कोरोना की तीसरी लहर बच्चों के लिए घातक होगी, इसके प्रमाण नहीं हैं, लेकिन वही कुछ दूसरे विशेषज्ञ कहते हैं कि पहली लहर की तुलना में दूसरी लहर में अधिक बच्चे संक्रमित हुए हैं और ऐसे में इस बात की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता है कि कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों में संक्रमण बढ़ सकता है। इसीलिए आयुष मंत्रालय ने एक गाइडलाइन जारी की है और बताया है कि बच्चों में कोरोना के कौन से लक्षण हो सकते हैं, जिनसे सावधान रहने की जरूरत है।
बच्चों में कोरोना के लक्षण
- लगातार 4-5 दिन तक बुखार रहना
- बच्चे द्वारा मौखिक सेवन में कमी (भूख में कमी)
- बच्चे का सुस्त होना
- डायरिया (दस्त)
- उल्टी
- पेट में दर्द
इन लक्षणों से भी रहें सावधान
- बच्चे के श्वसन दर में वृद्धि
- ऑक्सीजन का स्तर 95 फीसदी से कम होना
- आंखें लाल होना
- शरीर पर लाल चकत्ते
- चिड़चिड़ापन
- बेहोशी की हालत
- खराब मूत्र उत्पादन (यूरिन कम बनना)
बच्चों की इम्यूनिटी कैसे बढ़ाएं? : बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए यह जरूरी है कि उनकी इम्यूनिटी को मजबूत रखा जाए। इसके लिए बच्चों को दूध में हल्दी मिलाकर दें, उन्हें च्यवनप्राश दें। इसके अलावा बच्चों को आयुष बाल क्वाथ भी दे सकते हैं। आयुष मंत्रालय के मुताबिक, अगर बच्चे संक्रमित हो गए हैं तो उनको लक्षणों के आधार पर अलग-अलग आयुर्वेदिक दवाएं दी जा सकती हैं, लेकिन ध्यान रहे कि बच्चों को कोई भी आयुर्वेदिक दवा बिना किसी डॉक्टरी सलाह के न दें।
बच्चों को खाने में हरी सब्जियां और फल दें : बच्चों की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए उनके आहार में हरी सब्जियां और फलों को शामिल करें। यह सिर्फ बच्चों के लिए ही नहीं, बल्कि सभी के लिए जरूरी होता है। इससे शरीर को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है और इम्यूनिटी भी मजबूत होती है। इसलिए बच्चों को नियमित रूप से खाने में हरी सब्जियां और फल दें।
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