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कहीं आपको तो नहीं ये बीमारी, हो जाएं अलर्ट वरना किडनी और हार्ट को हो सकता है खतरा

नई दिल्ली। शरीर की कई सारी बीमारियों का अंदाजा ब्लड-प्रेशर के स्तर की जांच करके लगाया जा सकता है। अनियंत्रित ब्लड प्रेशर की स्थिति को स्वास्थ्य विशेषज्ञ बेहद खतरनाक मानते हैं। डॉक्टरों के मुताबिक ब्लड-प्रेशर की समस्याओं को कई प्रकार की दीर्घकालिक बीमारियों से जोड़कर देखा जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का अनुमान है कि दुनिया भर में 1.3 अरब से अधिक लोग हाई ब्लड प्रेशर (हाइपरटेंशन) से पीड़ित हैं। इतनी ही नहीं निम्न और मध्यम आय वाले देशों में यह स्थिति सबसे ज्यादा देखने को मिल रही है।

डॉक्टरों के मुताबिक ब्लड प्रेशर का स्तर 140/90 होने को हाइपरटेंशन माना जाता है। ऐसे कई कारक हैं जो किसी व्यक्ति को उच्च रक्तचाप के खतरे में डाल सकते हैं। शारीरिक गतिविधियों की कमी, मोटापा, उचित आहार न लेना और जीवनशैली से जुड़ी आदतें आपको इस समस्या का शिकार बना सकती हैं। डॉक्टरों के मुताबिक उच्च रक्तचाप की समस्या के कारण लोगों में किडनी, हृदय और मस्तिष्क संबंधी रोगों का खतरा बढ़ सकता है। कई अध्ययनों में स्पष्ट हो चुका है कि आहार में बदलाव कर इस गंभीर समस्या से काफी हद तक सुरक्षित रहा जा सकता है।

हाइपरटेंशन के क्या लक्षण हो सकते हैं?
डॉक्टरों के मुताबिक उच्च रक्तचाप वाले कुछ लोगों को सिरदर्द, सांस लेने में तकलीफ या नाक से खून आने की समस्या हो सकती है। हालांकि सभी लोगों में यह लक्षण होने जरूरी नहीं हैं। आमतौर पर ऐसे लक्षण तब होते हैं जब उच्च रक्तचाप का स्तर गंभीर या जानलेवा अवस्था में पहुंच जाता है। सामान्य तौर पर लोगों को घबराहट और सांस फूलने की समस्या हो सकती है। डॉक्टरों के मुताबिक जिन लोगों को हाइपरटेंशन की समस्या हो उन्हें अपने पास इसे मापने वाली मशीन रखनी चाहिए, जिससे समय-समय पर सही स्तर का अंदाजा लगाया जा सके।


किन कारणों से होती है हाइपरटेंशन की समस्या?: डॉक्टर कहते हैं, लोगों में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या कई कारणों से हो सकती है, यह हर किसी में अलग-अलग भी हो सकती है। इसलिए अपने कारणों को जानते हुए सभी लोगों को इससे बचने के प्रयास करते रहने चाहिए।

  • नींद की समस्या।
  • किडनी या हृदय संबंधी बीमारी।
  • एडर्नल ग्लैंड ट्यूमर।
  • थायरॉयड की समस्याएं।
  • कुछ लोगों को जन्मजात रक्त वाहिकाओं में दिक्कत के कारण भी हाइपरटेंशन की दिक्कत हो सकती है।
  • नशा करने से भी हाइपरटेंशन की दिक्कत बढ़ सकती है।

हाइपरटेंशन से बचने के क्या खाएं?
डॉक्टर बताते हैं कि रक्तचाप प्रबंधन के लिए सभी लोगों को बेरी का सेवन करना चाहिए। स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी आदि को काफी फायदेमंद माना जाता है। इसके अलावा भोजन में पालक को अवश्य शामिल करें, यह रक्तचाप को नियंत्रित करने के साथ शरीर में कैल्शियम, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सिडेंट की पूर्ति करने में भी सहायक है। इसके अलावा सेल्मन मछलियों में ओमेगा-3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता है, यह पोषक तत्व रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है।

हाइपरटेंशन में किन चीजों से करें परहेज
डॉक्टर कहते हैं कि जिन लोगों को हाइपरटेंशन की समस्या हो उन्हें सबसे पहले प्रोसेस्ड फूड आइटम से दूरी बना लेनी चाहिए। पिज्जा, डिब्बाबंद खाद्य और केक आदि  प्रोसेस्ड फूड की श्रेणी में आते हैं। यह शरीर में एलडीएल या ‘खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर’ में वृद्धि कर सकते हैं। इसके अलावा ऐसे लोगों को रेड मीट से भी परहेज करना चाहिए, रेड मीट में संतृप्त वसा की मात्रा अधिक पाई जाती है। खास बात हाइपरटेंशन के रोगियों को अचार खाने से बचना चाहिए। अचार किण्वन की प्रक्रिया के बाद बनाया जाता है, ऐसे में यह समस्या को बढ़ा सकता है।

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