आचंलिक

नदियों से निकाली जा रही अवैध रेत

  • प्रशासन की अनदेखी के चलते बन रही यह स्थिति
  • समदपुर, चाठौली, सेमलखेडी, बमुलिया के झागर, डिंगरोली
  • लाखनखेडा, पर नदियों का सीना चीर निकाली जा रही है रेत

सिरोंज। अधिकारियों की अनदेखी के कारण नगर से लगभग कुछ किलोमीटर दूर ग्राम समदपुर चाठौली कांदीखेडी सेमलखेडी बमुलिया के झागर नदी का सीना चीरकर पनडुब्बी के जरिए रेत निकालकर जेसीबी के द्धारा अवैध रेत निकाली जा रही है । समाजकंटको ने नदियों में कुओं के आकार से बडे बडे गड्डे कर दिये है । वही राजस्व का नुकसान कर रेत करोबारी मोटी कमाई कर रहे है ।
इस काले कारोबार में क्षेत्र के ही कुछ जवाबदार भी षामिल है जो कि दिनदहाडे खुलेआम रेत का अवैध उत्खनन करा रहे है । वही इधर राजस्व विभाग के जिम्मेदार अनजान बने बैठे है । ज्ञात रहे कि चाठौली कांदीखेडी सेमलखेडी समदपुर झागर डिंगरोली नादिया उत्खनन का गढ बन चुकी है । प्रति दिन 50 से अधिक वाहन काली रेत निकालकर बेधडक खुलेआम बेची जा रही है । इसके बाद भी कार्यावाही के नाम पर खनिज विभाग सिर्फ औपचारिकता निभाते है । ज्ञात रहे कि इन दिनों चाठौली सेमलखेडी समदपुर कांदीखेडी झागर डिंगरोली नदियों पर इन दिनों अनाधुन तरीके से रेत का उत्खनन हो रहा है । ज्ञात हो कि विगत दिनों पहले स्थानीय एसडीएम से रेत के अवैध उत्खनन को लेकर जानकारी दी गई थी मगर आज तक कोई कार्यावाही देखने को नही मिली है अवैध उत्खनन को लेकर तों टीम भेजकर कार्यावाही करने की बात कहते है । हेरानी की बात तों यह है कि क्षेत्रीय अधिकारी इस तरीके से टालम टोली कर रहे है तों षिकायत भी किन जिम्मेदारो से की जाए यह समझ से परे है । जबकि खुलेआम क्षेत्र मे खनन का कार्य जोरो पर है । कही न कही राजस्व विभाग को बडी मात्रा में नुकसान पहुुचा रहे हे यह खनन कारोबारी और जवाबदार आपसी सांठगांठ के चलते अब अवैध परिवहन पर रोक लगाने मे असमर्थ है ।



खनिज विभाग के अधिकारियों उत्खनन करने वालों पर पूरी तरह से मेहरबान है तभी तो इन पर किसी भी तरह की कोई कार्रवाई करने आते नहीं है शायद इन्होंने खुली छूट उत्थान करने वालों दे दी हो तभी तो इनके पर कोई कार्य करने के लिए जिम्मेदार अधिकारी क्षेत्र में आते ही नहीं है। इसी का फायदा उठाकर भू-माफिया शासकीय और निजी जमीन को छलनी करने में लगे हुए हैं एवं नदियों के स्वरूप भी बिगाड़ रहे हैं । उत्खनन के गोरख धधे को दिन-रात अंजाम देकर बेशकीमती जमीन को छलनी करने में लगे हुए हैं । नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों की नदियों में से अवैध रूप से बड़े स्तर पर रेत निकालने का काम खुलेआम करके उसको बाजार में बेचने का काम किया जा रहा है, लंबे समय से भू-माफिया अंजाम दे रहे हो शासन प्रशासन अधिकारियों को इसकी कोई खबर नहीं है।

तहसील कार्यालय के पीछे रेत निकालने का किया जा रहा कार्य
तहसील कार्यालय के पीछे वाली केथन नदी में से कई दिनों से अवैध रूप से रेत निकालने का कार्य बखूबी किया जा रहा है। दिन में रेत निकाल कर नदी के किनारे पर एकत्रित करते हैं रात के अंधेरे में टालिय में भरकर सुबह शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर पहुंचकर सप्लाई करने का काम बखूबी किया जा रहा है । इन लोगों के वाहन तहसील कार्यालय से लेकर थाने के सामने से बेरोकटोक प्रतिदिन निकल रही है । जानकारी होने के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी अनजान बने हुए हैं ,अधिकारियों के द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है वैसे अवैध रूप से उत्खनन करने वालों पर खनिज विभाग के अधिकारियों को कार्रवाई करनी चाहिए लेकिन संबंधित विभाग के अधिकारी कभी कार्रवाई करने के लिए आते नहीं है। स्थानीय अधिकारियों के द्वारा इस ओर गंभीरता से ध्यान जाता है। इसी बात का फायदा अवैध रूप से उत्खनन करने वालों के द्वारा उठाकर नदियों के स्वरूप को बिगाडऩे का काम किया जा रहा है। इसी का परिणाम था कि पिछले दिनों हुई जोरदार बारिश के बाद बाढ़ के हालात निर्मित हो गए थे। इसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारी समय रहते ध्यान नहीं दे रहा है। स्वार्थी लोग अपना स्वार्थ सिद्ध करने के लिए उत्खनन कर्ता रेत निकाल कर मोटी रकम कमा रहे हैं। वही ग्रामीणो क्षेत्र की नदियों में भी बने हुए नदिया से भी बड़ी मात्रा में प्रतिदिन रेत निकाल कर सप्लाई करने का काम अवैध रूप से रेत का कारोबार करने वालों के द्वारा किया जा रहा है।

खोपरा निकालने का भी किया जा रहा है काम
अवैध रूप से बड़ी मात्रा में कोपरे का कारोबार भी निरंतर किया जा रहा है दिन-रात भू माफियाओं के ट्रैक्टर ट्राली और डंपर से शासकीय एवं निजी जमीन को छलनी कर के खोपरा और मुरम निकाल कर शासन को लाखों रुपए की क्षति पहुंचाने का काम भी कर रहे हैं । इसकी जानकारी होने के बाद भी किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है आए दिन इस तरह से जमीन को छलनी करने वालों की शिकायतें भी की जा रही है फिर भी जिम्मेदार अधिकारी किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं । इसी का फायदा उत्खनन कर्ताओं के द्वारा उठा कर शासन को क्षति पहुंचाने का काम किया जा रहा हैं।

इनका कहना है
जब हमारी जिला खनिज अधिकारी से बात हुई तों उनका कहना है कि आपके द्धारा जानकारी मिली है अगर नदियों मे से रेत निकाली जा रही है तों जल्द से जल्द कार्यावाही की जावेगी ।
आरपी रावत जिला खनिज अधिकारी जिला विदिषा ।

इनका कहना है
यदि ऐसा है तो मैं दिखाता हूं।
हर्ष विक्रम सिंह अतिरिक्त तहसीलदार

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